करैरा। करैरा संकुल अंतर्गत एक शिक्षक अजय आर्य की मौत को लेकर सनसनी फैल गई है। ये सनसनी उस मेसेज को लेकर फैली है जिसे मृतक शिक्षक की पत्नी ने बीईओ करैरा के सोशल ग्रुप पर भेजा है। जिसमें लिखा कि तुमने दुनिया से ही रिलीव कर दिया, मिठाई लेने आ जाना अरविंद यादव ! इस मैसेज के बाद शिक्षा विभाग में माहौल गरमा गया है।
दरअसल बताया जा रहा है कि शासकीय उत्कृष्ट स्कूल संकुल करैरा में शिक्षक अजय को अटैच कर अलग-अलग काम लिया जाता रहा। लेकिन इसी बीच संकुल प्राचार्य ने शिक्षक को पदस्थी वाले स्कूल रिलीव कर दिया। इस रिलीविंग का पत्र हाथ में आते ही शिक्षक तनाव में आ गया और साइलेंट अटैक के चलते उसकी मौत हो गई। इधर जब बीईओ करैरा के सोशल एप ग्रुप में शिक्षक साथी शोक संवेदना व्यक्त करने लगे। तभी मृतक शिक्षक की पत्नी ने अपने मृतक शिक्षक पति के नंबर से उसी ग्रुप में संकुल प्राचार्य के लिए मैसेज डाल दिया जिसे लेकर हड़कंप मचा है।
जानकारी के अनुसार शिक्षक अजय आर्य की पोस्टिंग मिडिल स्कूल जुझाई में थी। शिक्षक को संकुल केंद्र शासकीय उत्कृष्ट स्कूल करैरा में शिक्षकों की कमी बताते हुए नियम विरुद्ध तरीके से अटैच कर लिया। शिक्षक अजय आर्य से बीएलओ का काम लिया गया। फिर कुछ समय तक कंप्यूटर का काम कराया गया। लेकिन संकुल प्राचार्य अरविंद यादव ने 27 नवंबर को रिलीविंग लेटर शिक्षक अजय को थमा दिया। शिक्षक अजय शर्मा को तनाव महसूस होने लगा। पत्नी नीतू आर्य का कहना है कि पति ने रिलीविंग लेटर की वजह से ज्यादा तनाव ले लिया और साइलेंट अटैक
के चलते मौत हो गई। पति की मौत के बाद 27 नवंबर को ही बीईओ करैरा के नाम से बने सोशल ग्रुप में दूसरे शिक्षक मैसेज कर सांत्वना संदेश भेजने लगे। उसी रात 11 बजे के बाद शिक्षक अजय आर्य के नंबर से ग्रुप में पत्नी नीतू आर्य ने संकुल प्राचार्य को संबोधित एक मैसेज भेज दिया। जिससे संकुल प्राचार्य पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
पत्नी बोली, रिलीव के बाद वह बहुत तनाव में थे, साइलेंट अटैक आया
मृतक शिक्षक की पत्नी नीतू आर्य का संकुल प्राचार्य के लिए मैसेज लिखा है कि तुमने दुनिया से ही रिलीव कर दिया, कल मिठाई लेने आ जाना अरविंद यादव। नीचे अपना नाम लिखा है। नीतू का कहना है कि उन्होंने (पति अजय) हमें इतना ही बताया था कि हमें रिलीव कर दिया और वो (पति) टेंशन में थे। जिस दिन उनकी मौत हुई, उनका दिमाग खराब था। इन्होंने (संकुल प्राचार्य) लेटर दे दिया था। साइलेंट अटैक आ गया।
शिक्षक को अटैक का पता नहीं, कैसे आ गया
शिक्षक अजय आर्य जुझाई में पदस्थ था। हमारे संकुल में शिक्षकों की कमी थी, इसलिए जुलाई में रख लिया था। संकुल में सितंबर में शिक्षक आ गए थे। अजय कंप्यूटर जानता था, इसलिए नहीं छोड़ा था। जहां उसकी पोस्टिंग थी, वहां के लिए 27 नवंबर को रिलीव कर दिया था। शिक्षक को अटैक का पता नहीं, कैसे आ गया।

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