अभी तो पार्टी शुरू हुई है "गुरु"
रुको जरा
झिरना पर बुधवार गुरुवार को करीब 12.45 पर हमारी जीप नरवर की तरफ दौड़ी जा रही थी। इसी बीच टर्न आया और जीप की लाइट सुनसान रात में नये पुल की बीच सड़क पर पड़ी तो हमें एक तेंदुआ नजर आया। जो बीच सड़क पर ऐसे बैठा था जैसे नव वर्ष 2025 का स्वागत करते हुए ताजे शिकार के साथ नव वर्ष सेलिब्रेशन कर रहा हो। ऐसा लगा जैसे तेंदुआ हमारा रास्ता रोककर कह रहा हो कि रुको गुरु नववर्ष 2025 तो मना लेने दो। फिर क्या था हमको भी मन मारकर मजबूरी में रुकना पड़ा और गाड़ी में ही करीब 20 मिनिट तक शिकार का पूरा नजारा अपनी आँखों से देखते रहे। हमने इंसानियत दिखाते हुए गाय के बछड़े को बचाने की सोची, इसीलिए हॉर्न बजाते रहे पर वो तेंदुआ हटने का नाम ही नहीं ले रहा था बल्कि एक बार तो हमारी तरफ गुर्राया भी। मानो हमसे कह रहा हो "गुरु रुको जरा पहले जशन पूरा हो जाने दो"। (देखिए लाइव वीडियो)
रात दो बजे नरवर पहुंचे ये दोस्त
मनोज गुरु के साथ उनके मित्र योगेंद्र कुशवाह, राजकिशोर सिरोलिया मौजूद थे। जब देर होने लगी तो दोस्त बोले गुरु कुछ करो पर हमारे सामने कोई रास्ता नहीं था। बड़े मुश्किल से तेंदुआ ने हमें निकलने की अनुमति दी तब कहीं जाकर रात 2 बजे नरवर पहुंचे। मनोज के अनुसार उन्हें वैसे तो ये तेंदुआ फैमिली के साथ अक्सर नजर आया है लेकिन ये पहला अवसर था कि तेंदुआ के साथ शिकार करते हमारी मीटिंग पूरे 20 मिनिट तक चली।

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