ड्रग्स की बाजार कीमत 10 लाख रुपए बताई है। दरअसल पिन प्वाइंट सूचना पर शुक्रवार की शाम MR-4 रोड पर घेराबंदी कर दोनों को पकड़ा गया है। दोनों राजस्थान से ड्रग्स लाकर इंदौर में सप्लाई करते थे। पुलिस ने बताया कि श्रुति को 'लेडी डॉन' के नाम से जाना जाता है। वह हाई प्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई के साथ डांस भी करती थी। वह खुद भी नशे की आदी है। उस पर पहले से मारपीट और आर्म्स एक्ट के केस दर्ज हैं। जबकि उसका साथी आरोपी दीपक यादव मॉडल विलेज कॉलोनी इंदौर निवासी को उसके पिता की मौत के बाद 2009 में अनुकंपा नियुक्ति मिली फिर यह देवास और इंदौर की सेंट्रल जेल में पदस्थ रहा। बाद में यह अलीराजपुर में जेल प्रहरी था लेकिन लंबे समय से ड्यूटी से गायब था। दीपक पर उसकी पत्नी ने दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया था। इसी के बाद उसे सस्पेंड किया गया। उससे पूछताछ की जा रही है कि उसका जेल में भी ड्रग्स सप्लाई का नेटवर्क तो नहीं है। दीपक के संबंध में जेल अधिकारियों को भी सूचना दी जा रही है।
नशे की लत ने मिलाया दोनों को
पुलिस के अनुसार जेल से सस्पेंड होने के बाद दीपक यादव बाणगंगा इलाके में अपनी मौसी के यहां आकर रहने लगा। वह पुलिस की वर्दी पहने रहता था। उसे ड्रग्स की लत लग चुकी थी। इसी के चलते वह लेडी डॉन के संपर्क में आया। यहीं से दोनों मिलकर राजस्थान से ड्रग्स लाने लगे। इस ड्रग्स को वे खुद भी लेते और सप्लाई भी करते थे।
आईकार्ड बना dhaal

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