शिवपुरी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया यानी असंभव को संभव करने वाले सांसद और मंत्री हैं यही कारण है कि उनके इलाके के लोग उनसे हर छोटी बड़ी डिमांड करते नहीं थकते। हालांकि कुछ मामले को नपाध्यक्ष या विधायक के अधिकार में आते हैं लोग उनकी उम्मीद भी सांसद से करते हैं ये बात ठीक नहीं। खैर फिलहाल हम विषय पर आते हैं। वह ये कि बीते रोज द ग्रेट सिंधिया ने गुना में मेमू ट्रेन की सौगात दे दी। बस फिर क्या था शिवपुरी के लोगों को भी मेमू ट्रेन की याद आ गई जिसकी डिमांड वे पिछले छह साल से करते आ रहे हैं, हालांकि पिछले पांच संसदीय कार्यकाल की याद क्या करें सभी को पता है कि पूरे इलाके में एक ढंग का काम नहीं हुआ और गुना शिवपुरी अशोकनगर पिछड़ गया। खैर अब लोग द ग्रेट सिंधिया से उम्मीद लगाए हैं।
ग्वालियर शिवपुरी के बीच मेमू ट्रेन की मांग
लोग ग्वालियर शिवपुरी के बीच मेमू ट्रेन की मांग कर रहे हैं क्योंकि दिन में ये ट्रैक खाली रहता है और बसों में पैर रखने की जगह नहीं रहती। सपॉक्स पार्टी के जिला संयोजक महेंद्र कुमार दुबे ने केंद्रीय मंत्री को एक पत्र लिखकर 4 मांग की हैं। जिसमें पहली मेमू ट्रेन शुरू करने की है।
बोगी डिस्प्ले ऑनलाइन करने की मांग
रेलवे स्टेशन पर बोगी डिस्प्ले तो लगा दी है लेकिन उसे ऑनलाइन नहीं किया गया जिससे स्टेशन स्टाफ मैनुअल तरीके से पूछताछ करके बोगी नंबर डिस्प्ले करता है जो ज्यादातर गलत होने से ट्रेन आने पर भगदड़ की वजह बनता है। जिस तरह 10 जनवरी को ऋषिकेश उज्जैन ट्रेन आने पर बोगी एस 5 को सबसे आगे बताया गया, ट्रेन पांच मिनट बाद स्टेशन आई तो बोगी बहुत पीछे लगी थी। जब यात्रियों ने आपत्ति की तो पता लगा डिस्प्ले सिस्टम ऑनलाइन नहीं है। जिसके नतीजे में स्टाफ ट्रेन स्टाफ या फिर किसी यात्री की मदद लेकर पूछताछ से बोगी डिस्प्ले कर देता है, अगर सही हुआ तो ठीक नहीं तो यात्री भागते दिखाई देते है। जब झगड़े की नौबत आती है तो ट्रेन को कुछ देर अतिरिक्त रोककर यात्रियों को संतुष्ट किया जाता है। यही कारण है कि बोगी डिस्प्ले सही किया जाना आवश्यक है।
तीसरी मांग ट्रेन नंबर 12198, 97 भोपाल ग्वालियर इंटरसिटी रात को चले स्लीपर कोच के साथ
शिवपुरी से होकर चलने वाली ग्वालियर भोपाल इंटरसिटी एक्सप्रेस सिर्फ सिंधिया जी की बदौलत ही चल रही है, कई बार इसे बंद करने की बात सामने आई है। इसकी वजह इसका गलत समय पर संचालन होना है। ये सुबह चलाई जाती है, जबकि रात को चलना चाहिए जिससे लोग सुबह भोपाल पहुंचकर अपने काम करने के बाद अगले रात वापिस आ सकें। स्लीपर कोच भी नहीं है जो लगाए जाने चाहिए।
रियायत दी जाए
चौथी मांग वृद्धजनों को रेल किराए में मिलने वाली छूट फिर शुरू करवाई जाए।
ट्रेक का हो दोहरीकरण
शिवपुरी गुना ग्वालियर ट्रैक सिंगल है। सिंधिया जी ने इसे इलेक्ट्रिक करवाया था। अब ट्रेनों की संख्या उनके प्रयासों से 24 से अधिक हो गई। मालगाड़ी इसमें शामिल नहीं है। इसलिए आवागमन सुचारू होने के लिए ट्रैक का दोहरीकरण किया जाना आवश्यक है।

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