शिवपुरी। मानव पुरूषार्थ का पुतला है उसमें ये क्षमताएं है वह जो चाहे वह कर सकता है। बशर्ते वह जागे और उसके मन में कुछ काम करने की अभिलाषा और दृढ़संकल्प हो तब वह करने को तैयार हो जाता है। बिना उसकी इच्छा के कोई काम करा सकते और न ही वह करेगा। इसलिए मनुष्य की पहचान इसके विचारों से होती है। विचार ही मन की पहचान है , मन की तीन शक्तियां होती है भाव, विचार व संकल्प शक्ति जिसमें विचार शक्ति सबसे सफल शक्ति है। क्योंकि जिन विचारों के बीच वह रहता है उन विचारों से वह भाव उत्पन्न करता है। मनुष्य को वही व्यवहार दूसरों से करना चाहिए जो व्यवहार उसे स्वयं के लिए पसन्द हों। युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए। दुनिया में सबसे ज्यादा युवा भारत भारत देश में है। उक्त बात गायत्री शक्ति पीठ फिजिकल पर युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में जिला समन्वयक डॉ पीके खरे ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कही। इस मौके पर डॉ एलडी गुप्ता, राजेन्द्र जोशी व मांगी लाल श्रीधर, कन्हैया लाल मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी मंचासीन थे। कार्यक्रम का आभार व्यक्त उमेश पाठक ने किया।
गोष्ठी का शुभारंभ आमन्त्रित अतिथियों ने गायत्री माता व गुरुदेव के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया। ततपश्चात सभी का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए डॉ एल डी गुप्ता ने कहा कि आप जिन्हें देखते है आपको दो आंखे है लेकिन आपको देखने, आपके आचरण को देखने के लिए सौ आंखे है। अपना कार्य, अपना आचरण, अपना खानपान व व्यवहार ऐसा रखिए की आपको चारों दिशाओं से प्रसिद्धि मिले। गोष्ठी में रन्नौद,पिछोर,कोलारस, खतोरा, खनियाधाना, करैरा, पोहरी, बदरवास व शिवपुरी तहसील से आए कई युवाओं ने भाग लिया।

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