पहली घटना श्योपुर की
कूनो नेशनल पार्क के वन मंडल के बफर जोन में आरोदा गांव के पास शनिवार की शाम 10 साल का बालक लाला आदिवासी अपने पिता मंगल के साथ भैंस चरा रहा था। तभी अचानक झाड़ियों में छुपा तेंदुआ निकला और सीधे बालक पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि तेंदुए ने बालक की गर्दन को अपने जबड़े में दबा लिया।
इस घटना को देख पिता ने शोर मचा दिया जिससे तेंदुआ भाग गया। बालक के गर्दन की हड्डियां टूट जाने के साथ साथ ब्लड भी बहने लगा, कुछ ही देर में लाला की मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर विजयपुर के रेंज अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर बालक के शव को देखा। सूचना मिलने पर सामान्य वन मंडल के डीएफओ करण सिंह रंधावा भी घटनास्थल पहुंचे डीएफओ रंधावा ने घटना की पुष्टि की है।
रंधावा का कहना है कि प्रथम दृष्ट्या लग रहा है तेंदुए के हमले में ही बालक की जान गई है उन्होंने बताया कि मौके पर अतिरिक्त वन कर्मियों को भी भेजा गया है तेंदुए की तलाश की जा रही है।
पूर्व वन मंत्री ने मुख्यमंत्री को दी जानकारी
तेंदुए के हमले में मारे जाने के बाद पूर्व वन मंत्री और विजयपुर के पूर्व विधायक रामनिवास रावत ने भी फोन पर ग्रामीणों से बातचीत की उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव को इसकी जानकारी दी जा चुकी है बालक की मौत पर उन्होंने दुख जताया है उन्होंने कहा कि बालक की मृत्यु पर सरकार से उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।
-
शिवपुरी में झोपड़ी में बंधी 6 बकरियों पर अटैक
माधव टाइगर रिजर्व से सटे ग्राम बरेठ में शनिवार की देर रात एक तेंदुआ गांव में घुस गया और उसने झोपड़ी में बंधी 6 बकरियों पर हमला कर दिया। इस हमले में मौके पर ही 4 बकरियों की मौत हो गई, जबकि एक बकरी का बच्चा घायल हो गया। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने सुरक्षा को लेकर पार्क प्रबंधन और जिला प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई है। बरेठ गांव के किसान वीर सिंह गुर्जर ने बताया कि "वो रोज की तरह अपनी बकरियों को घर के पास बनी झोपड़ी में बांध कर सोने चले गए थे। रात करीब साढ़े 12 बजे तेज आंधी-तूफान के कारण उनकी नींद खुली। उन्होंने जरूरी सामान को सुरक्षित किया और बकरियों को देखा, जो उस समय ठीक थीं। वो फिर सोने चले गए तभी कुछ ही देर बाद बकरियों के चिल्लाने की आवाज आई। बाहर निकलकर देखा तो कुछ बकरियां घायल अवस्था में पड़ी थीं। एक तेंदुआ एक बकरी के बच्चे को अपने मुंह में दबाकर पहाड़ की तरफ भागता नजर आया, इधर घायल बकरियों ने थोड़ी देर में दम तोड़ दिया।"
सच्ची और अच्छी खबरें पढ़ने के लिए लॉग इन कीजिये "मामा का धमाका डॉट कॉम"।
ये है, आपकी अपनी आवाज।
फोन कीजिये। खबर भेजिये वाट्सअप नम्बर 98262 11550 या मेल कीजिये 550vip@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें