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#धमाका_बड़ी_खबर: कृषि मंडी अधिकारी की हरी झंडी, प्याज की ट्रॉलियां तुल रहीं मंडी के बाहर, बिना इंट्री बिक रही बाजार में प्याज, 50% से ज्यादा टैक्स चोरी, इधर पेमेंट लेने पुरानी मंडी ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर आते हैं परेशान किसान, कोई देखने वाला नहीं

गुरुवार, 8 मई 2025

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। पिपरसमा कृषि उपज मंडी नगर से दूर क्या हुई कृषि मंडी अधिकारियों, व्यापारियों से लेकर तुलावटियो की लॉटरी निकल पड़ी है। उन्हें कोई देखने वाला नहीं है जिसके चलते आपस में सांठ गांठ करके मंडी के राजस्व को खुलेआम चुना लगाया जा रहा है। कभी सोयाबीन तो कभी मूंगफली और अब प्याज में राजस्व की चोरी करके मंडी टैक्स, राजस्व में सेंध लगाई जा रही है। ताजा मामला प्याज का है। दरअसल किसानों के लिए लागू फार्म गेट एप की आड़ में फर्जीवाड़े से शिवपुरी मंडी की पोल पहले ही खुल चुकी है। इसके बाद भी व्यवस्था में सुधार का नाम नहीं है। अब बंपर आवक के बीच प्याज की तोल मंडी से बाहर होने की शिकायत कलेक्टर रवीन्द्र कुमार से की गई है। बड़ी गड़बड़ी ये है कि कृषि उपज मंडी में ही धर्मकांटा होते हुए भी सारी प्याज मंडी से बाहर तुल रही है। किसान 1 हजार से ज्यादा ट्रॉली प्याज लेकर आ रहे हैं, लेकिन मंडी रिकार्ड में 400 से 500 ट्रॉली प्याज का टैक्स जमा हो रहा है। दरअसल प्याज बाहर तुलाने से 50% प्याज खरीदी को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इतना ही नहीं किसानों को पेमेंट लेने के लिए शहर स्थित पुरानी कृषि उपज मंडी ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर बुलाया जा रहा है जिससे किसान परेशान हो रहे हैं उनका कहना है कि जब प्याज मंडी में खरीदी जाती है तो पेमेंट के लिए दस किमी दूर क्यों बुलाया जाता है। इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सैकड़ों ट्रॉली प्याज तो मंडी के बाहर बिक रही है और मंडी का भारी भरकम स्टाफ बहुत थोड़ी से लालच में अपना ईमान बेच चुका है। उधर मंडी सचिव विश्वनाथ जाटव ने मंडी के बाहर की जा रही तोल को सही ठहराते हुए गलत व्यवस्था को हरी झंडी दे डाली है। उनके मुताबिक कोई राजस्व की हानि नहीं हो रही जबकि लोगों की मैंने तो किसानों की प्याज की तोल बाहर होकर सौदा भी अन्यत्र हो जाता है।
जानकारी के मुताबिक शिवपुरी निवासी हेमंत राठौर ने कलेक्टर को लिखित शिकायत की है। हेमंत का कहना है कि कृषि उपज मंडी शिवपुरी में प्याज की ट्रॉलियां सारी मंडी में बिकती हैं और सीधे गोदाम पर जाती हैं। इसका कोई रिकार्ड नहीं है। जबकि मंडी के अंदर धर्मकांटा लगा है। मंडी में प्याज की ट्रॉलियां बिकती हैं तो धर्मकांटे पर तुलकर जाना चाहिए। जिससे मंडी में रिकार्ड बना रहे कि मंडी के अंदर कितनी प्याज की ट्रॉलियां आईं और कितने क्विंटल माल आया। धर्मकांटे के हिसाब से प्याज खरीदी का पूरा टैक्स लिया जाए। मंडी में कोई रिकार्ड नहीं है कि मंडी में कितना माल आया और कितना माल गया। अगर ये माल कांटे पर तुले तो स्पष्ट पता चलेगा कि मंडी में कुल कितना माल आया है। कलेक्टर से मंडी टैक्स चोरी रोकने का आग्रह किया है।
ये बोले संयुक्त संचालक 
प्याज की डाक हो रही है तो मंडी में ही तौल की व्यवस्था होनी चाहिए। धर्मकांटा होते हुए भी प्याज की ट्रॉलियां शिवपुरी मंडी में क्यों नहीं तुल रहीं, इसकी जांच कराएंगे। फार्मगेट एप मामले में भी हम कार्रवाई कर रहे हैं। 
एसके कुमरे, 
संयुक्त संचालक ग्वालियर
ये बोले मंडी सचिव विश्वनाथ जाटव
प्रश्न: कृषि मंडी में तोल कांटे हैं फिर भी ट्रॉली बाहर क्यों तुलने जा रही हैं?
जवाब: कृषि मंडी में आ रहे किसानों की अधिकता के चलते बाहर तौल होती है, जाम लगता है उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। 
प्रश्न : आप मानते हैं कि इससे मंडी के राजस्व की हानि हो रही है? 
उत्तर: ऐसा नहीं है हमारा स्टाफ लिखापढ़ी करता है।
प्रश्न: संयुक्त संचालक का कहना है मंडी में ही तोल होनी चाहिए बाहर हरगिज नहीं ?
उत्तर: सिर्फ शिवपुरी में नहीं बल्कि अन्य मंडियों में भी बाहर तौल की जाती है।
प्रश्न: पुरानी मंडी में किसानों को पेमेंट देने के लिए बुलाकर परेशान किया जा रहा है? 
उत्तर: ऐसा तो बहुत पहले से हो रहा है।










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