शिवपुरी। शहर की होनहार छात्रा भक्ति गुप्ता ने सेंट चार्ल्स स्कूल से ICSE बोर्ड परीक्षा (सत्र 2024–25) में 95.8% अंक अर्जित कर जिले का नाम रोशन किया है। यह सफलता न केवल परिवार के लिए, बल्कि संपूर्ण शिवपुरी समाज के लिए भी गर्व का विषय बनी है।
भक्ति को परीक्षा में इतिहास और भौतिकी (History & Physics) विषयों में सर्वाधिक अंक प्राप्त हुए हैं। उसने आगे की पढ़ाई के लिए PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स) विषय समूह का चयन किया है। उसका सपना है कि वह एक इंजीनियर बनकर देश की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में योगदान दे।
गांधी चौक स्थित गुप्ता साइकिल स्टोर के संचालक श्री गिर्राज (रोहित) गुप्ता की पुत्री भक्ति से फोन पर चर्चा में उसने बताया कि उसे गणित विषय विशेष रूप से प्रिय है और वह अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में काम करना चाहती है। भक्ति की माता श्रीमती स्मृति गुप्ता, एक गृहिणी हैं, जिन्होंने बेटी की सफलता को उसकी कठिन मेहनत और परिवार के सहयोग का फल बताया।
भक्ति की उपलब्धि पर परिजनों, शिवपुरी के व्यापारी बंधुओं, विद्यालय के शिक्षकों तथा प्रबंधन ने फोन कर बधाइयां दीं और उसके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
यह सफलता शिवपुरी जिले की शैक्षिक गुणवत्ता और छात्र-छात्राओं की प्रतिभा का प्रमाण है।
ये होनहार भी छाए
आईसीएसई बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित हो गए हैं, जिसमें कक्षा 12 और कक्षा 10 के विद्यार्थियों ने शानदार सफलता हासिल की है। कक्षा 12 में कुल 96.4 प्रतिशत छात्रों ने सफलता प्राप्त की, जबकि कक्षा 10 में 97.2 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अपनी सफलता का परचम लहराया। बोर्ड परीक्षा में बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति ने विद्यार्थियों को बेहतर परिणाम दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस वर्ष की एक खास उपलब्धि कक्षा 12 के छात्र नमन धाकड़ की रही, जिन्होंने 86.75 प्रतिशत अंक हासिल किए। नमन का सपना डॉक्टर बनने का है, और उनकी यह सफलता उनके भविष्य के लिए शुभ संकेत है। वहीं, कक्षा 10 में भक्ति गुप्ता ने 95.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में अव्वल स्थान हासिल किया।
अनसॉल्व्ड पेपर को हल करने में नमन धाकड़ ने पाई सफलता
निजी स्कूल के छात्र नमन धाकड़, मस्तराम और आशा धाकड़ के पुत्र हैं। उन्होंने कक्षा 12वीं की साइंस स्ट्रीम में 86.75% अंक प्राप्त कर जिले में पहला स्थान हासिल किया। नमन ने परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले साल के अनसॉल्व्ड पेपर हल किए, जिससे उन्हें कम समय में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिली। यह ट्रिक उनके लिए काफी लाभदायक रही और उन्होंने समय सीमा में पेपर हल करने की अच्छी आदत विकसित की। नमन का लक्ष्य डॉक्टर बनना है और इसके लिए वह नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
अक्षत ने हासिल किया जिलें में बनाया अपना दूसरा स्थान
तारकेश्वरी कॉलोनी निवासी शिक्षक अमित दुबे और नीलम दुबे के बेटे अक्षत दुबे ने कक्षा 10वीं में 95.4% अंक प्राप्त कर जिले में दूसरा स्थान हासिल किया। अक्षत को पढ़ाई के संस्कार माता-पिता से विरासत में मिले। वे हर समस्या का समाधान शिक्षकों व माता-पिता से सीखकर करते रहे। वेस्ट ऑफ फाइव का लाभ भी उन्हें मिला। अक्षत का सपना आईआईटी से इंजीनियर बनने का है। इसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
2. 86.25 फीसदी अंक हासिल कर मयंक भट्ट दूसरे स्थान पर रहे
कृषक श्याम भट्ट और प्रेरणा भट्ट के पुत्र कक्षा 12 के साइंस स्ट्रीम छात्र मयंक भट्ट ने कक्षा 12 की परीक्षा में 86.5 फीसदी अंक हासिल कर जिले में दूसरा स्थान हासिल किया। मयंक भट्ट ने बताया कि इंजीनियर बनने का वह सपना बचपन से देखते आए हैं। क्योंकि उन्हें विज्ञान के क्षेत्र में कुछ नया करने की सदैव से इच्छा रही है। इसलिए कक्षा 12 में गणित विषय को उन्होंने प्राथमिकता दी और नतीजा यह रहा कि उन्हें सफलता भी हासिल हुई। 86.25 फीसदी अंक हासिल कर उन्होंने जिले में दूसरा स्थान हासिल किया है।

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