बता दें कि बारात से वापस गांव लौट रहे सात दौस्तों की कार गुना जिले में पुलिया पर चढ़कर पलट गई। हादसे में चार दोस्तों की मौत हो गई जबकि तीन गंभीर घायल ही गए। इस हादसे में दो बहनों ने अपना इकलौता भाई खो दिया। एक मृतक युवक की पांच माह की बेटी है। हादसे में चार युवकों की मौत से पूरा रिजौदा गांव शोक में डूब गया है।
कोलारस क्षेत्र के रिजौदा गांव से बारात गुना के मावन गांव गई थी। इस बारात में रिजौदा के सात युवक शामिल हुए। चारों युवक 30 अप्रैल को वापस रिजौदा गांव लौट रहे थे। रिजौदा के सुमित रघुवंशी अपनी कार से 6 दोस्तों के संग आ रहे थे। गुना जिले की सीमा में एबी रोड भदौरा पर रात 2:30 बजे कार अनियंत्रित होकर पुलिया पर चढ़कर पलट गई। हादसे में रिजौदा निवासी गोविंद उर्फ गोविंदा रघुवंशी (28) पुत्र दिनेश रघुवंशी, सोनू रघुवंशी (35) पुत्र भगवान सिंह रघुवंशी, वीरू कुशवाह (24) पुत्र बृजेश कुशवाह और हितेश बैरागी (24) पुत्र ब्रजमोहन बैरागी की मौत हो गई।
अस्पताल पहुंचते ही टूटी सांसें
फोर लेन पर हादसा होने के बाद करीब
आधे घंटे तक घायलों को कोई मदद नहीं मिल सकी। रात करीब 3 बजे बारात की एक और गाड़ी वापस लौट रही थी। उन्होंने क्षतिग्रस्त कार देखी और वे मदद के लिए रुके। मृतकों के परिजन ने बताया कि जब उन्हें जिला अस्पताल लाया गया तो सांसें चल रही थीं।
दो बहिनों के बीच अकेला था गोविंद
मृतक गोविंद रघुवंशी दो छोटी बहनों में इकलौता भाई था। पिता गोविंद की शादी की तैयारी कर रहे थे। परिवार में ही चचेरी बहन की 8 मई व एक अन्य की 11 मई को शादी भी हैं। शादी की खुशियां मातम में बदल गई हैं।
इधर हितेष राधाकृष्ण मंदिर में पूजा करता था। परिजन शादी के लिए लड़की देखने जाने वाले थे। मृतक सोनू की शादी नहीं हुई थी जबकि वीरू कुशवाह की पांच माह की बेटी हैं। गुरुवार की दोपहर 3 बजे तीनों की अलग अलग अंत्येष्टि हुई।
पिता बुन रहे थे बेटे की शादी के सपने
शिवकुमार रघुवंशी ने बताया कि गोविंद के पिता उसकी शादी के लिए लड़की देख रहे थे। उन्होंने कुछ समय पहले ही जमीन उसके नाम पर कर दी थी और उसके लिए घर 'भी बनवाया था, ताकि बेटे की शादी अच्छे से हो जाए। उसके परिवार में 8 और 11 तारीख को दो शादियां भी थीं।
दो खंभा से अटलपुर तक हाइवे पर ही 16 महीने में 91 मौत
दो खंभा तिराहे से लेकर अटलपुर तक फोरलेन पर 1 जनवरी 2024 से लेकर 30 अप्रैल 2025 तक 16 महीने में 136 सड़क हादसे हुए हैं, इसमें 91 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 132 घायल हुए हैं। फोर लेन 110 किमी की है, जिसमें यह 35 किमी का हिस्सा है, जबकि दूसरी तरफ 75 किमी, लेकिन सबसे ज्यादा दो खंभा से अटलपुर के बीच होते हैं। दो सबसे बड़े कारण ओवर स्पीड और शराब पीकर वाहन चलाना है। लहरकोटा पर हल्का टर्न है जो घातक है।

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