Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_बड़ी_खबर: हे राम, लापरवाही की संतुष्टि कॉलोनी के सीवर टैंक ने छीन लीं एक परिवार की खुशी, नहीं रही बेटी मान्या भदौरिया, नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने कहा, सुरक्षा में भारी चूक, दर्ज होना चाहिए केस, संपूर्ण सुरक्षा के दावे वाली धनाढ्यों की संतुष्टि कॉलोनी में घोर लापरवाही आई सामने, सीवर ट्रीटमेंट बनाम असुरक्षित खेल का एरिया, इसी एरिया में स्थित 10 लाख लीटर वाले सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक में खेलते खेलते ढक्कन टूटने से गिरी थी मान्या भदौरिया, 5 घंटों तक अटकी रही माता पिता की लाडो के लिए सांसे फिर छाया अंधकार, चार पंपों से किया टैंक खाली तब मिली मान्या, पहली बार नहीं हुई गुस्ताखी कभी चोरी, कभी आगजनी तो कभी मर्डर के लिए कुख्यात हुई संतुष्टि अपार्टमेंट, नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों बटोरने वाले उद्योगपति दीवान साहब की संतुष्टि में ठीक से निकलने चौड़े भी नहीं हैं रास्ते, अग्निकांड हुआ तो नहीं जा सकेगी दमकल, आज घटना स्थल पर भी मुश्किल से लाई जा सकी दमकल

रविवार, 15 जून 2025

/ by Vipin Shukla Mama
(विपिन शुक्ला, ऋषि शर्मा, ओजस्व शर्मा की रिपोर्ट )
शिवपुरी। शहर की थीम रोड स्थित उद्योगपति अरविंद दीवान साहब की संतुष्टि कॉलोनी में शनिवार को रवि भदौरिया कॉलेज संचालक की सुपुत्री 13 साल की मान्या भदौरिया कॉलोनी प्रबंधक की घोर लापरवाही के चलते सीवर टैंक में गिरकर मौत हो गई है। रात 8 बजे वह गड्ढे में गिरी जिसे रात एक बजे गड्ढा खाली करने के बाद बाहर निकाला जा सका लेकिन देर हो चुकी थी।
इस दर्दनाक घटना की जानकारी लगते ही रात 9 बजे मौके पर पहुंची नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा ने मीडिया से कहा कि सुरक्षा में भारी चूक हुई है, सुरक्षाकर्मी तैनात बताए जाते हैं फिर सीवर ट्रीटमेंट प्लांट पर बच्चे कैसे खेलने की इजाजत दी गई जबकि ये एरिया प्रवेश बाधित होना चाहिए। इस तरह की बड़ी लापरवाही देखते हुए दोषियों पर केस दर्ज होना चाहिए। 
(सुनिए क्या बोलीं नपाध्यक्ष video)
करोड़ों बटोरने में जुटे मालिक नतीजा "लापरवाही" में "लोगों की संतुष्टि", कभी चोरी, कभी मर्डर, कभी अग्निकांड
संपूर्ण सुरक्षा के दावे वाली धनाढ्यों की संतुष्टि कॉलोनी में एक बार फिर घोर लापरवाही सामने आई है। सीवर ट्रीटमेंट बनाम असुरक्षित खेल का एरिया आखिर कैसे संचालित हैं ? जिसमें रोजाना बच्चे खेते देखे जाते थे ? इसे प्रवेश बाधित किया क्यों नहीं किया गया था ? कौन सा ऐसा घटिया ढक्कन सीवर के दस लाख लीटर वाले टैंक के मुहाने पर लगाया गया जिसमें एक बच्ची का पैर पड़ा और वह नीचे जा गिरी। लापरवाही की हद वाले इसी डेंजर जॉन एरिया में स्थित 10 लाख लीटर वाले सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के टैंक में खेलते खेलते ढक्कन टूटने से आज अभागी मान्या भदौरिया जा गिरी, उसकी तलाश में रात साढ़े बाढ़ बजे से करीब 5 घंटे तक मान्या के माता पिता की सांसे अपनी लाडो के लिए अटकी रही लेकिन रात एक बजे उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। लगातार चार पंपों से टैंक खाली करने के बाद उसे गड्ढे से बाहर निकाला गया और अस्पताल भेजा लेकिन कहने को कुछ शेष नहीं था। आपको बता दें कि ये कोई पहली बार गुस्ताखी नहीं हुई है, बल्कि सुरक्षा को आईना दिखाती संतुष्टि में कभी चोरी, कभी आगजनी तो कभी मर्डर के लिए अब ये कॉलोनी कुख्यात संतुष्टि अपार्टमेंट हो चुकी है।
सिर्फ पैसा और सड़कें ऐसी सकरी की दमकल तक न जा सके
नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों बटोरने वाले उद्योगपति की संतुष्टि कॉलोनी में ठीक से निकलने चौड़े रास्ते भी नहीं हैं, खुदा न करे अग्निकांड हुआ तो दमकल तक इन गलियों में नहीं जा सकेगी। हद तो ये है कि आज घटना स्थल पर भी मुश्किल से दमकल लाई जा सकी। रेस्क्यू में एनडीआरएफ, नपा, पुलिस बालिका मान्या की तलाश में जुटी थी लेकिन जितना समय व्यतीत हो चला था उससे आशा की किरण धुंधली पड़ती जा रही थी। एक्सपर्ट कहते है कि दस लाख लीटर का टैंक जिसमें सिर्फ पानी नहीं बल्कि नीचे मलवा भी है। अंदाज लगाया जा सकता है कि मासूम मान्या हंसते खेलते आखिर कितने मुश्किल सफर पर निकल गई थी और आखिर मौत के मुंह में जा समाई।
भाई कूदने ही वाला था बहिन को बचाने एन मौके पर आए दूत बनकर एडवोकेट राजीव शर्मा
इस घटना में मान्या का बड़ा भाई भी प्रत्यक्षदर्शी है जो चाहकर भी अपनी बहिन को नहीं बचा पाया। उसी के सामने उसकी बहिन इस सीवर टैंक में सड़े हुए ढक्कन के किसी पापड़ की तरह टूट जाने पर नीचे चली गई। ये देखते हुए उसने टैंक में छलांग लगाने की सोची की तभी उधर से एडवोकेट राजीव का निकलना हुआ और बच्चे को टैंक में झांकते देख वे रुके, उसे रोककर पूछा तो उनके होश उड़ गए। मोबाइल की रोशनी में टैंक में कुछ नहीं दिखाई दिया जबकि टैंक के बाहर बेटी मान्या की चप्पल रखी थी। उन्होंने बिना पल गवाए दीवान साहब को सूचित किया। बकौल राजीव उन्होंने तत्परता से प्रबंध जुटाकर रेस्क्यू शुरू करवाया था। लेकिन सनद रहे कि जरा देर होती तो बहिन के पीछे भाई भी कूद रहा था। बता दें कि रवि भदौरिया जो मूल रूप से ललितपुर कॉलोनी ग्वालियर के रहने वाले है उनकी एक बेटी थी और एक बेटा है। 









कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129