Delhi दिल्ली। केंद्रीय मंत्री श्रीमंत Jyotiraditya M Scindia ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की।
इस अवसर पर ख्यातनाम श्री दंदरौआ धाम के महंत श्री रामदास महाराज, संत समिति एवं जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
में भिंड के नेशनल हाईवे-719 को सिक्सलेन बनाने को लेकर केंद्रीय मंत्री श्री Nitin Gadkari जी से भेंट कर सकारात्मक चर्चा की। बता दें कि
ग्वालियर भिंड के बीच सड़क मार्ग का चौड़ीकरण न किए जाने से हर साल सैकड़ों जान जाती हैं। मध्य प्रदेश का भिंड - ग्वालियर नेशनल हाईवे (Bhind - Gwalior National Highway) 719 को लोग मौत का हाईवे कहने लगे हैं। इसको 6 लेन बनाने की मांग को लेकर भाजपा नेताओं ने आश्वासन भी दिया था। इससे साधु-संतों का अखंड आंदोलन स्थगित जरूर हो गया, लेकिन स्थिति अभी भी जस की तश बनी हुई है। हाईवे पर आए दिन सड़क हादसों में लोगों की जाने जा रही हैं। इन हादसों से कई लोगों के घर उजड़ गए हैं। यह हाइवे अभी एमपीआरडीसी के पास है, इसके निर्माण में विभागों के साथ
तालमेल के अभाव में अब तक सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। जब जब भी दुर्घटना होती हैं फोरलेन निर्माण की मांग उठाई जाती है और नेताओं को कोसा जाता है। कई बार तो सड़क निर्माण जल्द होने के दावे भी किए गए लेकिन सड़क नहीं बनी। ज्ञात रहे कि 2023 में ग्वालियर, भिण्ड, इटावा टू लेन नेशनल हाइवे-719 को फोरलेन की स्वीकृति केंद्रीय सड़क व परिवहन विभाग ने दी थी फिर भी निर्माण नहीं हो सका।
इटावा से ग्वालियर को जोड़ता है हाईवे
ग्वालियर से भिंड से होते हुए यूपी के इटावा जिले को जोड़ने वाले इस हाइवे का ज्यादातर हिस्सा टू लेन है। इसकी वजह से यहां आए दिन सड़क दुर्घटना होती हैं।भिंड ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों की मानें, तो ग्वालियर-इटावा हाईवे पर पिछले तीन सालों में 2014 हादसे हुए, इनमें 611 लोगों की मौत हुई। साल 2022 में कुल 712 हादसे हुए, जो 2023 में घटकर 619 रह गए। लेकिन, 2024 में फिर से बढ़कर 683 तक पहुंच गए। हाईवे से रोजाना 20 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। इन हादसे को लेकर संत समाज आगे आया। संतों ने हाईवे को सिक्स लेन बनाने के लिए कई नेताओं से मुलाकात की और कई प्रदर्शन भी किए, लेकिन, सफलता नहीं मिली। इससे आक्रोशित होकर संत समाज अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। इस दौरान संतों ने भूख हड़ताल शुरू की, जिसमें तीन संतों की तबीयत खराब हो गई थी। 10 दिन चले इस आंदोलन में नेताओं के आश्वासन के बाद संतों ने अपना धरना स्थगित कर दिया। खास बात ये है कि इस हाईवे से चार विधानसभा क्षेत्र अटेर, भिंड, मेहगांव, गोहद भी जुड़े हुए हैं। इसके बाद भी हाईवे पर न पर्याप्त साइन बोर्ड है, न ही डिवाइडर है। हाईवे पर दो-तीन साल पहले तक 16 डेंजर पॉइंट थे। प्रशासन का दावा है कि इनमें से 11 डेंजर पॉइंट को सुधार दिया गया है। यानी, अब केवल 5 डेंजर पॉइंट बचे हैं। लेकिन, मीडिया की पड़ताल में सामने आया कि यहां हादसे थमे नहीं है।
अब उम्मीद को लग सकते हैं पंख
अब उक्त मामले में सार्थक पहल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की है जिससे उम्मीद है जल्द निर्णय लिया जाएगा। अंचल के लोगों का कहना है कि सिंधिया जी जिस काम को हाथ में लेते हैं वह फिर करोड़ों का ही क्यों न हो वह उसे पूरा करवाकर ही दम लेते हैं।
ग्वालियर-चंबल अंचल को जल्द मिलने जा रही है एक और महत्वपूर्ण सौगात
आज दिल्ली में भिंड से आए प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्रीय मंत्री श्री Nitin Gadkari जी से सिंधिया जी ने मुलाक़ात कर NH-719 के चौड़ीकरण हेतु निवेदन किया गया, जिसे गडकरी जी ने सहजता से स्वीकार किया।
वर्तमान में यह हाईवे केवल दो लेन का है, जिससे आए दिन आमजन को दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। इस गंभीर स्थिति से उन्हें अवगत कराते हुए मार्ग को चार लेन में विस्तारित करने का अनुरोध किया गया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती संध्या राय जी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री देवेंद्र नरवरिया एवं दंदरौआ सरकार श्री रामदास महाराज, अवधूत हरिनिवास जी महाराज, रामभूषण दास जी महाराज, कालिदास जी महाराज, राघवपुरी जी महाराज, उमेश दास जी महाराज, रामधुन दास जी महाराज एवं रामेश्वर दास जी महाराज भी साथ रहे।
द ग्रेट सिंधिया ने कहा
पूर्व में भी माननीय केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी ने मेरे आग्रह पर ग्वालियर-चंबल अंचल को अनेक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक विकास परियोजनाओं की सौगात प्रदान की है, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
1- ₹4200 करोड़ की लागत से बनने वाले 88 किमी लंबे आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को स्वीकृति।
2- ₹784 करोड़ की लागत से 28.8 किमी लंबे रायरू-पनिहार वेस्टर्न बायपास के निर्माण को मंजूरी।
3- एलिवेटेड रोड (स्वर्णरेखा मार्ग) को दो चरणों में स्वीकृति
• फेज 1: IIITM से लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक — ₹447 करोड़, लंबाई 6 किमी।
• फेज 2: लक्ष्मीबाई प्रतिमा से हनुमान बंध तक — ₹926 करोड़, लंबाई 13 किमी।
4- इसी श्रृंखला में आज ग्वालियर-इटावा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-719) के फोर लेन चौड़ीकरण को मिली स्वीकृति, सम्पूर्ण ग्वालियर-चंबल अंचल के लिए गौरव और संतोष का विषय है।
मैं माननीय केंद्रीय मंत्री श्री @nitin_gadkari जी के प्रति हृदय से धन्यवाद और कृतज्ञता प्रकट करते हूँ, जिन्होंने जनसुविधा एवं क्षेत्रीय विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिए।

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