आइए जानिए पूरी कहानी शिवपुरी के बैराड़ की सोनम की लव स्टोरी
दरअसल रामनगर निवासी 20 साल की प्रीति परिहार की दो महीने पहले 30 अप्रैल को बैराड में अनिकेत परिहार से शादी हुई। शादी के दो साल पहले से ही उसका प्रेम प्रसंग कानपुर निवासी अमन कश्यप के साथ चल रहा था। प्रेम विवाह समाज को मंजूर नहीं था, इसलिए पहले समाज के युवक से प्रीति की शादी कराई गई। इसके बाद साजिश की गई कि कुछ दिन बाद अमन के साथ भागने को 'अपहरण' का रूप दिया जाएगा। मिथलेश ने अपने बेटे दीपक की मदद से ये साजिश रची। दीपक भी घटना के समय शिवपुरी में ही मौजूद था।
फिर शुरू हुआ फिल्मी ड्रामा
इस घटना की शुरुआत सोमवार दोपहर चार बजे हुई, जब रामनगर की रहने वाली मिथलेश परिहार ने कोतवाली पहुंचकर बताया कि उसकी बेटी प्रीति परिहार (20) का मेडिकल कॉलेज से लौटते समय अपहरण हो गया है। मिथलेश के मुताबिक, जब वे दोपहर डेढ़ बजे ऑटो में मेडिकल कॉलेज से निकलीं, तभी 500 मीटर दूर एक काली कार ने ऑटो को रोका। उसमें से 5 लोग बहार निकले और मिथलेश को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और बेटी प्रीति को जबरन गाड़ी में डालकर ले गए। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें कोई नशीली चीज सुंघाई गई, जिसके कारण वो विरोध नहीं कर पाई।
बचपन में मां की मौत हुई, ताई ने पाला
प्रीति की मां का बचपन में ही निधन हो गया था। उसके पिता शराब के आदी थे। ऐसे हालात में उसकी ताई मिथलेश परिहार ने उसे अपनी बेटी की तरह पाला-पोसा और शादी करवाई। लेकिन जब बेटी ने बोला की वो अपने प्रेमी के बिना नहीं रह सकती और जहर खा लेगी तो मां ने ये साजिश रची।
सीसीटीवी खंगाले तो सामने आई सच्चाई शुरुआत में पुलिस को मिथलेश की बातों पर संदेह हुआ, क्योंकि पूछताछ में वो बार-बार बेहोश होने का नाटक कर रहीं थी। जब कोई ठोस सुराग नहीं मिला, तो पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। मेडिकल कॉलेज से लेकर माधव चौक तक के फुटेज में प्रीति और मिथलेश को ऑटो में बैठकर आते, उतरते और फिर मिर्ची बाजार की ओर जाते हुए देखा गया। ये सब डेढ़ बजे के बाद की गतिविधियां थीं, जिससे पता चला कि अपहरण की कहानी झूठी थी।
पोहरी विधायक ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
अपहरण की खबर मिलते ही नवविवाहिता के ससुराल और मायके पक्ष के लोग कोतवाली पहुंच गए और हंगामा करने लगे। उन्होंने हंगामे के बाद रात 9 बजे माधव चौक पर चक्काजाम कर दिया। इसी बीच पोहरी विधायक कैलाश कुशवाह भी मौके पर पहुंचे और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सुबह तक युवती नहीं मिली तो मंगलवार सुबह फिर से चक्काजाम किया जाएगा। ये बात उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट की।अब जबकि घटना का नाटकीय पटाक्षेप हो गया है तो लोगों ने तंज कसते हुए कहा कि नेताओं को धीरज रखना चाहिए। पुलिस को काम करने का समय देना चाहिए जिससे वह काम, प्रदर्शन में उलझने की बजाए अपनी तहकीकात कर सके। नेतागिरी हर मामले में ठीक बात नहीं। इधर धमाका न्यूज शिवपुरी ने एसपी अमन सिंह राठौड़, टी आई कृपाल सिंह राठौड़ और उनकी टीम को बधाई दी है।

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