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ओमी नहीं माने बोले नपाध्यक्ष गायत्री को हटाइए
इस पूरी कवायद की ओमी जैन ने हवा निकाल दी। उन्होंने कहा कि प्रमाणित भ्रष्टाचार करने वाले नपा अध्यक्ष को पद से हटाया जाए तो हम नहीं देंगे इस्तीफा। चाहे 39 में से किसी को भी अध्यक्ष बना दिया जाए। उन्होंने खुद के अध्यक्ष बनने से इंकार किया। बैठक में ओमी सहित पार्षद मौजूद थे जिनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष की बैठक हुई।
धमाका ने कहा था होंगे सामूहिक इस्तीफे, भोपाल से महामंत्री हितानन्द के आए फोन
धमाका ने शुक्रवार को कहा था कि अकेले ओमी नहीं बल्कि बाकी पार्षद भी इस्तीफा देंगे ये बात सही निकली जब करीब 17 पार्षदों के इस्तीफे की तैयारी शनिवार को पूरी कर ली हैंथी लेकिन भोपाल में इस बात की जानकारी पहुंची तो शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष ओमी जैन के घर पहुंचे और बातचीत की यही पर खाना भी खाया।
बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष के मोबाइल पर कई बार प्रदेश महामंत्री हितानंद शर्मा के फोन आए, यानि अब हलचल राजधानी में है। कुलमिलाकर आज सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष ने इस्तीफा दे चुके ओमी जैन से मुलाकात कर उन्हें मनाने के प्रयास किए, वहीं दोपहर में फिर से पार्षदों के साथ यह दौर शुरू हुआ। ओमी जैन ने बताया कि हमने तो जिलाध्यक्ष से एक ही बात कही है कि या तो नपाध्यक्ष का इस्तीफा ले लो, अन्यथा हम सभी पार्षदों का इस्तीफा स्वीकार कर लो। इस बात पर भी चर्चा हुई कि नपाध्यक्ष से पावर छीन लिए जाएं, लेकिन पार्षद इस्तीफे पर ही अड़े रहे। इस पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुझे कुछ दिन का समय दें, तो मैं संगठन में वरिष्ठ नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री से भी बात करूंगा।
ओमी जैन ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष ने यह भरोसा दिलाया है कि अब उनके खिलाफ कोई जांच नहीं होगी। बैठक के दौरान यह भी स्पष्ट हो गया कि अभी तक केंद्रीय मंत्री को उनके आसपास के लोग यह कहकर भ्रमित कर रहे थे 4-5 पार्षद विरोध कर रहे हैं, जबकि नपाध्यक्ष के विरोध में पार्टी के 17 पार्षद हैं। जिनका यदि एक साथ पार्टी से इस्तीफा होता तो फिर जवाब भाजपा जिलाध्यक्ष से भी पूछा जाता, साथ ही केंद्रीय मंत्री की राजनीतिक छवि पर भी असर पड़ता।
भोपाल में मिली थी जांच की जानकारी
5 दिन पूर्व ओमी जैन सहित अन्य भाजपा पार्षद भोपाल में प्रदेश महामंत्री हितानंद शर्मा से मिलने गए थे। जहां पर शर्मा ने ओमी से कहा कि तुम्हारे खिलाफ जांच चल रही है। बस उसके बाद से ही ओमी ने तय कर लिया था कि उपाध्यक्ष और पार्टी के सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा। हालांकि जब ओमी से पूछा तो वे बोले कि मेरे खिलाफ हो रही जांच की बात मुझे विधायक देवेंद्र जैन से मालूम चली थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि ओमी जैन का इस्तीफा भले ही जिलाध्यक्ष ने स्वीकार नहीं किया, लेकिन ओमी ने अपनी कार में से उपाध्यक्ष की प्लेट हटा दी, जिसे अब वो ना लगाने की बात कह रहे हैं।









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