अब इस विवाद को लेकर चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज का भी बयान सामने आया है। एक पॉडकास्ट के दौरान महिला एंकर ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य से कहा कि अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि चूंकि शादियां लेट होती हैं, इसलिए जब 25 साल की उम्र में आप किसी लड़की को दुल्हन बनाकर घर लाते हैं, तो तब तक उसका यौवन भंग हो चुका होता है। इसलिए, लड़कियों की शादी जल्दी हो जानी चाहिए। इस सवाल पर रामभद्राचार्य ने कहा, 'मैं ये वाक्य नहीं बोलना चाहता। मैं एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति हूं और ये जितने लोग बोल रहे हैं, उनमें से किसी ने यूनिवर्सिटी का मुंह नहीं देखा है। मैं तो दो बार यूनिवर्सिटी का टॉपर रह चुका हूं। जेआरएफ हूं,पीएचडी हूं, इसलिए ये सब बातें ना मुझे कहनी चाहिए और ना ही सुननी चाहिए। मैं बस इतना कहूंगा कि महिलाओं को अपने चरित्र की रक्षा करनी चाहिए। विवाह जल्दी हो या देर से हो, प्रयास यही करना चाहिए कि अपने वर्ण में हो और उचित हो। महिलाओं को अब लक्ष्मीबाई बनने की जरूरत है।'

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