* पिछले कई वर्षों से शिवपुरी में जमे अधिकारियों की अनदेखी का परिणाम भुगत रही जनता
शिवपुरी। जिले में घी के नाम पर जहर बेचा जा रहा है। मिलावटखोर नकली घी का कारोबार करने से बाज नहीं आ रहे है। डिब्बों पर पूजा के लिए घी लिखकर भोले भाले ग्रामीणों को खाने के लिए यही घी बेचा जा रहा है जिससे उनकी जान खतरे में है। आज कोलारस के एक ग्राम में(फूड सेफ्टी टीम ने इस घी को जब्त कर सेंपल जांच के लिए लिया)
धार्मिक आयोजन के लिए जब इसी पूजा के घी से हलुआ बनाया और ग्रामीणों ने खाया तो उनके लेने के देने पड़ गए उन्हें उल्टियां होने लगी दस्त भी लगे तो हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि cmho ने अपनी टीम जल्द गांव भेजकर इलाज कराया तो लोगों की जान बची।
कुल मिलाकर इस नकली घी के कारोबार को बीते कुछ सालों में पूजा के घी के नाम पर बेचा जाने लगा है जबकि पहले इस तरह से विक्रय नहीं होता था लेकिन जबसे इस तरह घी बाजार ने आया है तबसे लोगों की सेहत खराब रहने लगी है। ग्रामीण सस्ते घी के लालच ने जान से(क्या आपको दिखाई दे रहा बैच और पंजीयन नंबर)
खिलवाड़ कर रहे है। इधर इसकी निगरानी करने वाले अधिकारी बरसों से शिवपुरी में ही पदस्थ होकर आम इंसान की जिंदगी से खिलवाड़ कर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं, जिला मुख्यालय पर भी मिलावटखोरी के कई मामले सामने आने के बाद भी हालात सुधरते दिखाई नहीं दे रहे। जिसके दुष्परिणाम जनता को भोगना पड़ रहे हैं।

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