*हर काम के लिए तय की अलग- अलग समय सीमा, तय समय में पूरे होंगे सभी काम:सिंधिया
ग्वालियर/भोपाल/नई दिल्ली। केन्द्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज, रविवार को महंगे में जारी कई निर्माणाधीन साइड का निरीक्षण किया। इसी दौरान ग्वालियर रेलवे स्टेशन का साइट विजिट किया और वहाँ चल रहे आधुनिकीकरण कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों से प्रगति की विस्तृत जानकारी ली और समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
*ग्वालियर की ऐतिहासिक विरासत के साथ बन रहा है ग्वालियर स्टेशन : सिंधिया
सिंधिया ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन के नवनिर्माण कार्यों का निरक्षण करते हुए कहा कि स्टेशन का निर्माण ग्वालियर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पूरे स्टेशन की फ्लोरिंग में ग्वालियर के प्रसिद्ध पत्थर का उपयोग हो और स्टेशन का हर कोना हमारी धरोहर का संदेश दे। सिंधिया ने कहा कि स्टेशन पर अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं जैसे डिजिटल सूचना प्रणाली, स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था, आधुनिक प्रतीक्षालय और दिव्यांगजन के लिए सुगम पहुंच उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी के सहयोग से ग्वालियर रेलवे स्टेशन देश के श्रेष्ठ वर्ल्ड क्लास स्टेशनों में अपनी पहचान बनाएगा।
*सिंधिया के मुख्य प्रोजेक्ट्स में से एक ग्वालियर रेलवे स्टेशन काआधुनिकीकरण
ज्ञात रहे की केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने 2022 में ग्वालियर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का कार्य स्वीकृत कराया था। ये प्रोजेक्ट क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए सिंधिया के मुख्य एवं बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट्स में से एक है। केंद्रीय मंत्री ने आज हर हर कार्य की समीक्षा कर कार्यवार समय सीमा निश्चित करते हुए समय सीमा के अंदर काम के पूरे होने के निर्देश भी दिए।
*आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा ग्वालियर रेलवे स्टेशन
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन का रूपांतरण नई गति और नई दृष्टि के साथ हो रहा है। ग्वालियर जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर के रेलवे स्टेशन को भी उसी स्तर की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के उन्नयन के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएँ विकसित की जा रही हैं। साथ ही पार्किंग, कनेक्टिविटी और सुरक्षा की दृष्टि से भी बड़े बदलाव किए जा रहे हैं।
*यात्रियों को सांस्कृतिक धरोहर की होगी अनुभूति
सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण केवल ढांचागत बदलाव नहीं है, बल्कि यह इस क्षेत्र की पहचान और गौरव से जुड़ा हुआ है। जब यात्री यहां आएंगे, तो उन्हें आधुनिकता के साथ-साथ ग्वालियर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर की अनुभूति भी होगी। *निर्धारित समय सीमा में पूरा होगा कार्यः सिंधिया
केन्द्रीय मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा कि इस परियोजना का लाभ न केवल ग्वालियर के नागरिकों को मिलेगा, बल्कि यह पर्यटन और व्यापार के क्षेत्र में भी नई संभावनाओं का द्वार खोलेगा। इस अवसर पर सिंधिया ने यह भी आश्वस्त किया कि परियोजना निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरी होगी और ग्वालियर स्टेशन एक विशस्तरीय स्टेशन बनकर देश के सर्वश्रेष्ठ स्टेशनों में गिना जाएगा।
*केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अंबेडकर स्मारक पर किया माल्यार्पण
*सिर्फ भविष्य की याद नहीं बल्कि भविष्य की दिशा भी है अंबेडकर धाम: सिंधिया
केन्द्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज रविवार ग्वालियर की तहसील डबरा के ग्राम जोरासी में निर्माणाधीन भव्य अंबेडकर धाम का दौरा किया और चले रहे निर्माण कार्य एवं व्यवस्थाओं का बारीकी से जायज़ा लिया। इस अवसर पर सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्मारक का विकास कार्य पूरी गंभीरता और समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। साथ ही केन्द्रीय मंत्री ने बाबा साहब के विचारों को समाज के लिए शाश्वत मार्गदर्शक बताया।
*मुख्यमंत्री ने सिंधिया के आग्रह पर स्वीकृत की थी अंबेडकर स्मारक की निर्माण राशि
विदित रहे कि 16 अप्रैल 2023 को केंद्रीय मंत्री ने मध्य प्रदेश सरकार से ग्वालियर में इस भव्य अंबेडकर धाम बनाए जाने की मांग रखी थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने ₹8 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी।
फेज-1 का निर्माण पूरा होने के बाद जून 2025 में फेज-2 निर्माण के लिए ₹12 करोड़ की राशि सिंधिया के प्रयासों से स्वीकृत की गई थी। सिंधिया ने इसी निर्माण कार्यों का जायजा लिया और क्षेत्र के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सहित हर वर्ग को संदेश दिया कि संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर जी की विरासत और विचारों को समर्पित यह अत्याधुनिक और भव्य स्मारक, ग्वालियर के साथ-साथ पूरे देश में, बाबा साहब के विचारों के प्रति भाजपा सरकार की अटूट प्रतिबद्धता और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनेगा।
*सिर्फ भविष्य की याद नहीं बल्कि भविष्य की दिशा भी है यह स्मारक: सिंधिया
सिंधिया ने कहा कि “बाबा साहेब अंबेडकर ने हमें केवल संविधान ही नहीं दिया, बल्कि समानता, न्याय और बंधुता के मूल्यों से युक्त समाज का सपना भी दिया। उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा है और उनकी शिक्षाएँ हमें हर पल यह स्मरण कराती हैं कि किसी भी समाज की शक्ति उसके सबसे कमजोर वर्ग की प्रगति में निहित होती है।”
उन्होंने कहा कि यह स्मारक केवल अतीत की याद नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा भी है। यहाँ आकर यह अनुभूति होती है कि हमें बाबा साहेब के दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज के हर वर्ग को अवसर, सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए लगातार कार्य करना होगा।
*शिक्षा को जागरूकता बनाने का किया आह्वान
केन्द्रीय मंत्री ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे शिक्षा और जागरूकता को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाएं और बाबा साहेब के सपनों को साकार करने के लिए समर्पण भाव से कार्य करें। केंद्रीय मंत्री संविधान निर्माता बाबा साहब अम्बेडकर के विचारों की पर्याय बनने वाले इस स्मारक को स्वीकृति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव का आभार व्यक्त किया। इस इस अवसर पर ग्वालियर ग्रामीण जिला अध्यक्ष प्रेम सिंह राजपूत, ग्वालियर जिला अध्यक्ष राजकुमार राजौरिया, पूर्व मंत्री इमरती देवी, व अन्य जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे।
*केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने विज्ञान भारती द्वारा आयोजित आईआईटीएम टेक समिट के समापन सत्र को किया संबोधित
*तकनीक का उपयोग बाजार को किसान तक लाने में हो:सिंधिया
*‘सेवा के लिए तकनीक’ भारत के आत्मनिर्भर भविष्य का संकल्प हैः सिंधिया
केन्द्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज, रविवार को विज्ञान भारती द्वारा आयोजित आईआईटीएम टेक समिट ‘Tech for Seva’ के वैलेडिक्टरी सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सेवा के लिए तकनीक केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह संकल्प है कि भारत में हर शोध और हर नवाचार समाज के अंतिम छोर तक पहुंचे।
*दूरदर्शी कदम है कृषि को मुख्य थीम चुननाः सिंधिया
सिंधिया ने विज्ञान भारती द्वारा आयोजित इस सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच विज्ञान और समाज सेवा के आदर्श संगम का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि किसान की मुस्कान ही भारत की प्रगति की पहचान है और इस वर्ष का ‘कृषि’ विषय चुनना एक दूरदर्शी कदम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व का उल्लेख करते हुए सिंधिया ने कहा कि भारत का भविष्य विज्ञान और नवाचार की ताकत पर आधारित है और विज्ञान का मूल्य तभी है जब वह समाज को सशक्त करे। उन्होंने चंद्रयान-3, आदित्य-एल1 और गगनयान जैसी उपलब्धियों को भारत के तकनीकी सामर्थ्य का प्रमाण बताया।
*बाजार को किसानों तक लाना होगा: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज तकनीक के उपयोग से हर क्षेत्र में सुविधा और सहूलियत बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। आज तकनीक का कृषि के क्षेत्र उपयोग कर हमें ऐसे तरीके ढूंढने होंगे जो बाजार को किसान तक लेकर आयें। इस संदर्भ में उन्होंने चंदेरी का उदाहरण देते हुए कहा कि किसानों के जीवन को आसान बनाना और तकनीक के ज़रिए बाजार उन तक लेकर आना हमारा प्राथमिक लक्ष्य होना चाहिए।
*मध्यप्रदेश के innovations सराहनीय: सिंधिया
सिंधिया ने मध्यप्रदेश के नवाचारों का उदाहरण देते हुए ‘Gramophone’ और ‘SOUL Society’ जैसे स्टार्टअप्स का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म किसानों को नई दिशा दे रहे हैं और आत्मनिर्भर भारत की राह खोल रहे हैं। उन्हें दोहराया कि अगर किसान आत्मनिर्भर बनेगा तभी भारत आत्मनिर्भर बनेगा
*कृषि के लिए प्रशस्त होंगे नए मार्ग: सिंधिया
समापन सत्र में उन्होंने सभी वैज्ञानिकों, स्टार्टअप्स और सहभागी संस्थानों का आह्वान किया कि वे अपने शोध और तकनीक को समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाएं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करें कि भारत में विज्ञान और तकनीक का हर कदम सेवा और सशक्तिकरण की ओर बढ़े। अंत में उन्होंने विश्वास जताया कि यहाँ हुई चर्चाएं और सहयोग आने वाले समय में कृषि और ग्रामीण जीवन के लिए नए मार्ग प्रशस्त करेंगे।

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