Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_न्यूज: पुलिस अधिकारी गायत्री इटोरिया ने एमएलबी कन्या उमा विद्यालय कोर्ट रोड़ शिवपुरी की बालिकाओं को अवेयरनेस प्रोग्राम में दी चाइल्डलाइन 1098 के इस्तेमाल की जानकारी

मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। दोस्तों हम जितने जागरूक होंगे उतने ही अपने अधिकार का उपयोग कर पाएंगे। गलत का विरोध कर सकेंगे और दोस्तों को भी अधिकारों की जानकारी दे पाएंगे। जी हां, समाज में कन्या, बालिकाओं और महिलाओं के बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए जिला पुलिस कप्तान अमन सिंह राठौड़ ने अपनी टीम को जागरूकता फैलाने का दायित्व दिया हुआ है। आप खुद भी स्कूल, कॉलेज में समय समय पर जाते हैं। इसी क्रम में बीते रोज जिले की महिला पुलिस अधिकारी गायत्री इटोरिया ने एमएलबी कन्या उमा विद्यालय कोर्ट रोड़ शिवपुरी पहुंची। यहां उन्होंने बालिकाओं को अवेयरनेस प्रोग्राम में चाइल्डलाइन नंबर 1098 के इस्तेमाल की जानकारी दी। बालिकाओं को बताया कि किस तरह एक महिला मित्र और किसी पुरुष के छूने से हम उनके इरादे जान सकते हैं।
उन्होंने बताया कि आप चाइल्डलाइन के 1098 नंबर पर बच्चों से जुड़ी किसी भी आपातकालीन स्थिति या दुर्व्यवहार की शिकायत कर सकते हैं, जिसमें शारीरिक, मानसिक या यौन शोषण, बाल विवाह, बाल तस्करी, या अनाथ, लावारिश बच्चे शामिल हैं। यह एक राष्ट्रीय टोल-फ्री नंबर है जो 24x7 काम करता है और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए दीर्घकालिक देखभाल और पुनर्वास सेवाओं से जोड़ता है। इसे डायल करने पर सीसीसी 1098 हेल्पलाइन पर प्राप्त कॉलों का जवाब देती है और मामले को सहयोगी भागीदार को सौंपती है जो आगे की हस्तक्षेप प्रक्रियाएँ संचालित करते हैं।
उन्होंने और अधिक जानकारी देते हुए समझाया कि बाल देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों के लिए 24 घंटे आपातकालीन टोल फ्री फोन सेवा है। कोई भी बच्चा या संबंधित वयस्क इस सेवा का उपयोग करने के लिए 1098 डायल कर सकता है। यह महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार (जीओआई) की परियोजना है। फिलहाल चाइल्डलाइन देश भर के 328 शहरों, जिलों में काम कर रहा है और एक साल में 1.5 मिलियन से ज्यादा कॉल्स का जवाब देती है।
चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (सीआईएफ) भारत भर में बच्चों के लिए चाइल्डलाइन शुरू करने और निगरानी करने के लिए भारत सरकार द्वारा नियुक्त नोडल संगठन है। चाइल्ड लाइन महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एकीकृत बाल संरक्षण योजनाओं (आईसीपीएस) का एक अभिन्न अंग है। यह बच्चों को सुरक्षा, देखभाल, परामर्श, और तत्काल सहायता प्रदान करता है, जैसे कि शारीरिक या मानसिक शोषण, बाल श्रम, तस्करी, या गुमशुदा बच्चों के मामलों में कोई भी बच्चा या चिंतित वयस्क इस नंबर 1098 पर कॉल करके मदद मांग सकता है, और सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाती है। यह सेवा भारत में बच्चों की सुरक्षा और कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा है। 
कब करें डायल
यदि आपको कोई बच्चा संकट में दिखाई दे, तो तत्काल 1098 पर कॉल करें। 
बच्चों से संबंधित किसी भी दुर्व्यवहार, शोषण, या अन्य किसी गंभीर मामले की सूचना दें। 
यह सेवा पूरे भारत में उपलब्ध है और किसी भी फोन से, मोबाइल सहित, टोल-फ्री कॉल की जा सकती है। 















कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129