आज बड़ी कारवाई कर निपटा डाले 19 सफाई संरक्षक, 5 निलंबित
अब बात दूसरी ये कि सीएमओ धाकड़ को यही प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गुना के प्रभारी मंत्री रहते गुना में आईना दिखाने माला पहनाई थी। जिसके बाद बीते रोज जब मंत्री तोमर शस्त्र पूजने शिवपुरी आए और तात्या टोपे के पास गंदगी देखी तो नाराज हुए और सीएमओ को छुट्टी पर चले जाने की ताकीद देकर पांच दिन में सफाई कराने के निर्देश दे गए जिसके बाद हरकत में आए सीएमओ में आज नपा के उन सफाई कर्मियों का निलंबन कर सफाई कर डाली है जो काम पर नहीं आते। जिसके चलते सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से अस्थाई सफाई संरक्षकों की सेवा समाप्त कर दी है वहीं पांच स्थाई संरक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कार्यालय अटैच कर दिया गया है। सीएमओ ने जारी आदेश में लिखा है कि निकाय के अन्तर्गत सफाई दरोगा के द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है कि आप अपने कर्तव्य से बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहते है। जिससे आपके कार्य क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सूचारू रूप से नहीं हो पा रही है। आपके क्षेत्र में चारो और गंदगी व्याप्त है जिस कारण से क्षेत्र के प्रभारी मंत्री, जनप्रतिनिधियों एवं शासन की ओर से लगातार नाराजगी व्यक्त की जा रही है। जिससे निकाय की छवि धुमिल हो रही है। आपका यह कृत्य अनुशासनहीनता एवं कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही का घोतक है। इस कारण निम्न सफाई संरक्षको को मध्य प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय भोपाल के पत्र क्र. सी 5-1-2013-1-3 भोपाल दिनांक 3 मई 2017 के द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में बिन्दु क्र. 4 झ) कदाचरण पर कर्मचारी के विरूद्ध बिना सूचना अवकाश के 10 दिन से अधिक अनुपस्थित रहने के क्रम में कर्मचारी को सेवा से हटाये जाने से दण्ड का भागी होगा के अन्तर्गत इन्हे सेवा से तत्काल पृथक किया जाता है। इस बड़ी कारवाई से हड़कंप मच गया है।
सार्वजनिक क्लास ले डाली मंत्री ने
दशहरे पर शस्त्र पूजन के बाद जब प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को परखा और तात्या टोपे के पास गंदगी देखी तो सीएमओ इशांक धाकड़ को सख्त लहजे में निर्देशित किया था कि आपके शहर में साफ-सफाई बिल्कुल भी नहीं है जहां देखो वहां कचरा फैला पड़ा है। हालात ऐसे हो गए हैं कि छोटे- छोटे कचरे के स्थान अब जगह-जगह डंपिंग क्षेत्र में बदलते जा रहे हैं जिससे वह मलवे का रूप लेकर बीमारियों को जन्म दे रहे हैं। आम जनता तो इस समस्या से प्रतिदिन रूबरू हो रही है पर अपनी समस्या सुनाने के लिए जिम्मेदार तय नहीं कर पा रही है। प्रभारी मंत्री को यह देखकर अच्छा नहीं लगा और उन्होंने सीएमओ से पांच दिवस के अंदर सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात कही। साथ ही पांच दिन बाद वापस लौटकर खुद मॉनिटरिंग करने की बात भी कही। जिसको ध्यान में रखते हुए सीएमओ ने क्षेत्र के दरोगाओं की मीटिंग लेकर जानने का प्रयास किया कि, आखिर क्या वजह है कि शहर में साफ सफाई नहीं हो पा रही है। जबकि नगर पालिका में कुल 1050 कर्मचारी अधिकारियों की फौज है। इनमें 494 यानि लगभग 50% तो स्थाई व अस्थाई सफाई कर्मचारी हैं फ़िर भी साफ़ सफ़ाई के लिए शहर के नागरिक तरस रहे हैं जनप्रतिनिधि नगर पालिका की नरक पालिका संबोधित कर रहे हैं। जब दरोगाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में अनुपस्थित सफाई संरक्षकों की जानकारी सीएमओ को दी तब पता चला कि कई सफाई कर्मचारी तो महीनों से अपने कार्यक्षेत्र से अनुपस्थित हैं और अनुपस्थित होते हुए भी राजनैतिक दवाब से अपनी तनख्वाह का आहरण कर रहे हैं। जिसके बाद सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से अस्थाई सफाई संरक्षकों की एक सूची तैयार करवाई और उनकी सेवा समाप्त कर दी वहीं पांच स्थाई संरक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कार्यालय अटैच कर दिया गया है।














सच्ची और अच्छी खबरें पढ़ने के लिए लॉग इन कीजिये "मामा का धमाका डॉट कॉम"।
ये है, आपकी अपनी आवाज।
फोन कीजिये। खबर भेजिये वाट्सअप नम्बर 98262 11550 या मेल कीजिये 550vip@gmail.com
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें