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#धमाका_खास_खबर: नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा के बयान पर रामजी व्यास का पलटवार, पढ़िए

सोमवार, 27 अक्टूबर 2025

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। दोस्तों बीते रोज एक अखबार में भोपाल के हवाले से खबर प्रकाशित हुई थी कि मधुसूदनगढ़ और शिवपुरी निकाय के अध्यक्ष  जांच में पाए गए दोषी अब नोटिस देने की तैयारी। शायद आपने नजर की हो, इसी खबर ने नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा का वर्जन लगा था कि "मेरी कोई जांच नहीं हुई, मेरा वे पार्षद विरोध करते है को ठेकेदारी करते हैं"... बगैरा बगैरा। 
आज इस बयान को लेकर नपा उपाध्यक्ष के पति रामजी व्यास ने नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा को फेसबुक पोस्ट कर जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि वे साबित करें कि कौन सा पार्षद ठेकदारों में शामिल है अन्यथा वे जरूर बताने तैयार है कि नपाध्यक्ष की किस किस काम में पार्टनरशिप है। खैर हम आपको रामजी व्यास जी की पोस्ट पढ़वाते हैं। 
ये लिखा है रामजी व्यास ने
मेरा ध्यान आज नगर पालिका अध्यक्ष के अनमोल बचनों पर गया जो उन्होंने अपने वर्जन में दैनिक भास्कर के पत्रकार को दिए कि मेरी कोई जांच नहीँ हुई  पार्षद जो ठेकेदारी करते है वह विरोध कर रहे है ।। शव्द ब्रह्म होते है आप पत्रकार बार्ता कर  विरोध करने बाले कौन कौन पार्षद ठेकेदारी करते थे उनके नाम बतायें   फिर उसका उत्तर अगले दिन देंगे प्रमाण सहित में दूंगा की आप कहाँ कहाँ पार्टनर हैं कुछ काम खुद दूसरे के नाम से कर रही हैं ।।
 झूठइ लेना झूठइ देना झूठइ भोजन झूठ चवै न 
 मुद्दा यह नहीँ की ठेकेदारी कौन करता था  शिवपुरी का नहीँ प्रदेश का कोई भी नागरिक जो पंजीकृत ठेकेदार हो पात्र हो
वह काम कर सकता है करे कोई भी निमार्ण निर्देशिका  के नियम अनुसार काम  गुणवत्तापूर्ण हो  सही माप लिया जाए सही मूल्यांकन किया जाए  पारदर्शिता हो कोर कटिंग हो  सारे काम की वीडियोग्राफी हो  अपने चहेतों को सारे काम देने हेतु अध्यक्ष अपनी शक्तियों का  दुरपयोग न करे खुद हर काम मे
पर्दे के पीछे पार्टनर न हो कोर कटिंग रिपोर्ट सतन बाड़े से बापिस   बुलाकर  विदिशा न भेजी जाये  ठेकेदारों से 5 pr लेकर सेम्पल पास न कराए जाएँ  डुप्लीकेट  लाइट डुप्लीकेट मोटर न डाली जाएं जो डाली गई हैं  ।।  प्रकाश  पेयजल सफाई  हर काम मे उच्चस्तरीय भ्र्ष्टाचार न हो  विधायक निधि की राशि से हुए काम मे भी अधिक प्रतिशत लेने के कारण विधायक निधि के काम करने बाले ठेकेदार कैसे भी अपना भुगतान लेकर काम करने तैयार ही न हों  विधायक निधि का
उपयोग ही न हो पाए।।  कार्यालय में हर काम मे भ्र्ष्टाचार हर काम में दला लों  का राज की जानकारी  किसको नहीँ है नोटिसों के जरिये डराना फिर।  अवैध बसूली कितनी की है
यह सब छोडो  क्या बार्ड no 18 में 78 लाख के कामों के लिए पत्र अपने लेटरपेड पर नहीँ लिखा  39 लाख के दो
काम उसका एस्टीमेट बन गया टेंडर लग गए टेंडर भी किसने लिए उसी ठेकेदार ने जिसके साथ पार्टनरी हर काम में थी झूला जिम सब वही सप्लाई करेगा बार्ड no  18  टेंडर में जो स्थान बताया जहाँ  सीसी होनी  थी वह  साइट ही बार्ड में नहीँ थी इसकी पूरी जानकारी थी   टोटल  फर्जी भुगतान ले ही लिया  जाता वह तो पार्षदों की जानकारी में आ गया इस कारण 78 लाख रु  बच गए नगरपालिका के  इससे ज्यादा  निम्न स्तर का काम क्या कोई अध्यक्ष कर सकता है गौ शाला ओर मुक्तिधाम तक में  क्या किया विचार करना हमको तो पता है दोनों जगह का भ्र्ष्टाचार ही पतन के लिए बहुत है 
 अध्यक्ष पद  पर रहकर न तो पूर्व में न भविष्य में ऐसी सेवा 
  ( कारनामे )  कोई नहीँ कर सकता *  भूतो न भविष्यति *
ऐसी सेवा तो देवी जी आप ही कर सकती हैं  कर लो कुछ वर्ष ओर यदि  प्रारवध से मिल जाएं।।
3 वर्ष पूर्व  हुए चुनाव के वाद अधिकांश पार्षदों  ने आपको पूरा सम्मान दिया  सभी आपके  घर पर हाजरी  देते थे यह सोचकर   कि हमको  जिस बार्ड की जनता ने चुना है उसकी समस्याओं के निदान में आपका सहयोग  मिलेगा और बार्डों में विकास  कार्य हो  जायेंगे किन्तू आपके आचरण  कार्यशैली से वह इतना दुखी हो गए ।।    ओमी जैन  विजय विंदास राजू गुर्जर  कुलदीप रीना शर्मा   नीलम बघेल  राजा यादव  सहित अधिंकाश पार्षदों ने आपसे कार्यप्रणाली में सुधार करने हेतु निवेदन किया सब को साथ लेकर चलने को कहा पार्षद ओमी जैन के साथ आपके कितने प्रगाड़ सम्वन्ध थे भोपाल यात्रा  विकास कार्यों हेतु बजट मिले इस हेतु प्रयास मिलकर किये फिर क्या कारण है कि अधिकांश पार्षदों ने आपके विरोध का झण्डा उठा लिया 
उत्तर  आपको पता है खुद को खुदा  समझना मर्जी मेरी
में इस संस्था की बॉस  हूँ मालिकिन हूँ मै मेरे N प्रिय ग्वालियर बाले दुवे जी जो चाहेंगे वही  होगा कुछ पार्षद  PIC ओर अन्य  कारणों से मेरे साथ रहेंगे बात  उनकी भी नही मानूँगी 
  अध्यक्ष महोदय  कुर्सी महत्वपूर्ण नहीँ होती व्यक्ति का महत्व होता है  उसके आचरण और कार्यप्रणाली से शहर के लोगों का  सम्मान मिलता है  आप पहली अध्यक्ष हो जिसका इस शहर ने विजय  जुलूस  नहीँ निकाला  पूत के लक्षण पालने में दिख जाते है इसका आभास उंनको पहले से ही था।
किंतु यह पता नही था कि गिरावट का स्तर इतना अधिक होगा की पूरे शहर के लोग त्राहि माम करने लगेंगे आप तो आप दुवे जी खुद को हाकिम समझने  लगेंगे पार्षदों को गाली देंगे उंनको अपशब्द बोलेंगे उनके बार्डों में टैंकर नहीँ जाएंगे  
 ठेकेदार जिसने टेंडर लिया है उससे काम न करने को कहा जायेगा यदि बात न मानी तो  काम का उसका पुराना भुगतान नहीँ होगा इतना रुतबा खुद की हैसियत भूल गए पूर्व में क्या स्थिति थी खानदानी व्यक्ति पद पर आने के बाद अपने आचरण में गरिमा लाता है ।। फोटोग्राफर जो फ़ोटो डालता है अध्यक्ष जी हिम्मत है तो मीडिया को साथ लेकर जरा बार्डों में घूमकर बता दो फिर सब समझ आ जायेगा कि क्या बोया है
सत्य तो यह है कि
 आपकी आत्मा मर चुकी है फ्री की सलाह है कि 2 घंटे की पूजा की जगह   अध्यात्म के मार्ग पर  जाकर किसी  महापुरुष से  मिलो  जिससे कि आपकी आत्मा का पालन  पोषण  और प्रशिक्षण हो सके ।। 
  परिणाम स्वरूप आप सफेद झुठ  कम बोलेंगी  झूठ बोलने से पहले सोचोगी अपने शहर के लोगों से  डरेंगी भी कुछ सुधार भी हो सकता है इससे   भविष्य में कुछ लाभ होगा निर्भर इस बात पर की खुद में कितना बदलाव करेंगी
 सत्यम परम धीमहि  धर्मष्य सूक्ष्म गति  सत्य बहुत ही धीरे चलता है और धर्म की चाल सूक्ष्म होती है  आदरणीय अध्यक्ष महोदय सत्य से यह उपेक्षा मत करना कि वह बहुत
फास्ट  गति से चले परिणाम थोड़े देर से दिखेंगे यदि कुछ  अच्छे काम करेंगी तो परिणाम सुनिश्चित फलदायक होंगे।।। यदि  कार्यप्रणाली यही रहती है और अपने आचरण में सुधार नहीँ करती और दुबे जी को उनकी सीमा रेखा नहीँ बताएंगी तो फिर दूसरी सलाह बिलकुल फ्री मै
  अध्यक्ष की कुर्सी हमेशा के लिए तो है नहीँ जीवन तो अभी लंबा जीना है  बहुत बड़ा परिवार है बहुत काम शेष है कुछ काम जल्दी पद पर रहते हुए कर लो बाद में तो  पालतू कुत्ता भी साथ रहेगा य नहीँ यह विचार भी कर लेना  जानवर भी बहुत समझदार होते है कमजर्फ के साथ कोई नही रहता ।। 
   सच बहुत ही सरल होता है  जिसको एक बच्चा भी आसानी से समझ सकता है देवी माता यह याद रखें जो बोएंगी वही काटेंगी । 
  में आपके खिलाफ बोलता हूं लिखता हूं मेरी कोई निजी लड़ाई  नहीँ है न मेरी  कोई जागीर छीनी  आपने न मुझे कोई कामना है न कोई भय काजल की कोठरी में रहकर खरोंच भी नही लगी इसका मुझे आत्मसुख है उसको हर कोई महसूस नहीँ कर सकता मेने कभी किसी से कोई चाहत नहीँ की चेलेंज है इस मुद्दे पर सार्वजनिक डिवेट कर ले।। हाँ यदि आप सबको साथ लेकर चलती सभी पार्षदों को  सभी से सम्बाद करके सलाह अनुसार काम करती जनता की समस्याओं को सुनती आलोचना सहन करने की शक्ति होती  पारदर्शिता के साथ तकनीक के प्रयोग से शिवपुरी को विकास के मानकों
पर  आगे ले जाने हेतु पूर्ण प्रयास करती भृष्टाचारियो को संरक्षण नहीँ देती  आटे में नमक बराबर  सिस्टम का कमीशन लेती तो में पूरी शक्ति से आपके साथ रहता और तारीफ भी करता  सभी पार्षदों का भी सहयोग मिलता हृदय से सम्मान देते सभी मीडिया और सहरबासी भी तारीफ करते आगे भी आपको राजननैतिक अबसर महिला होने के नाते मिलते ही  किन्तु  आप राजकृपा से मिले इस अबसर को स्थाई लाभ में  अपार लोभ ओर दुबे जी के अहंकार के कारण परिवर्तित नहीँ कर पाई आपको इसका हिसाब भविष्य में भी चुकाना पड़ेगा  और आपका अबचेतन मन आपको दुख का अनुभव कराता रहेगा पद मुक्त होने के बाद कि  काश अध्यक्ष पद पर रहते हुए में बहुत अच्छे काम कर सकती थी सबका दिल जीत सकती थी अपने शहर को समस्या मुक्त करने में सबको साथ लेकर चली होती तो मुझे हंमेशा प्रेम स्नेह आदर और सम्मान मिलता लेकिन में पद की प्रभुता अहंकार  ओर अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति में यह सब भूल गई ओर इसी का  परिणाम यह तिरिष्कार ओर उपेक्षा मेरी अब हो रही है।
 महान लेखक खोरशेद भावनगरी ने लिखा है  यह याद रखिए 
की  बुरे लोगों के प्रति अच्छा न बनिये अथवा उन्हें बड़ाबा मत दीजिये बुराई से लड़िये यह शर्व शक्तिमान ईश्वर का नियम है।















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