शिवपुरी। शहर शिवपुरी के निवासी स्वर्गीय हाजी खान मोहम्मद भातिसीपु बल के संस्थापक सदस्य थे। आपकी भर्ती सन 1963 में शिवपुरी में हुई थी और तब भातिसीपु बल की स्थापना को एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ था। आप एक अनुशासित, कर्तव्यनिष्ट, देश सेवा से ओतप्रोत एक ईमानदार सैनिक थे। हाजी खान मोहम्मद कहते थे कि उन्होंने अपने साथियों के साथ भातिसीपु को शैशव काल में अपने खून पसीने से सींचा था। उनकी ये बात आज सच साबित होती दिखाई दे रही है जबकि भारत राष्ट्र का यह अनुशासित व प्रतिष्ठित बल आईटीबीपी आज बुलंदियों को छू रहा है।
आपने भारत-चीन की अन्तराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात रहते हुए, जम्मू व कश्मीर के लद्दाख, हिमाचल व उत्तराखण्ड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी कर्तव्यपरायणता का प्रमाण दिया है। जहाँ पर बहुत ही न्यूनतम तापमान रहता है और उस कालखण्ड में बहुत ही सीमित संसाधन हुआ करते थे।
आप 1963 में एक सैनिक के तौर पर भर्ती हुए और 25 वर्ष देश सेवा करते हुए साल 1987 में सेवानिवृत हुए। आपका ज्येष्ठ पुत्र इरफान खान सब इंस्पेक्टर 38 वी बटालियन रायपुर नक्सल प्रभावित इलाके में अपनी सेवाएं दे रहा है।
गौरतलब है कि ITBP के संस्थापक सैनिक हाजी खाँन मोहम्मद साहब ने लंबी बीमारी के बाद दिनाँक 22/10/25 को ग्वालियर के अस्पताल में अंतिम साँस ली और इस जहाँ को अलविदा कहा। आप अपने पीछे एक भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके अंतिम संस्कार में दूरसंचार वाहिनी ITBP के उप महानिरीक्षक महेश कलावत ने बल महानिदेशक की ओर से पुष्पचक्र भेंट कर उन्हें अंतिम विदाई दी। उन्हें पूरे सैनिक सम्मान के साथ सुपुर्दे खाक कर दिया गया।
इस दुःख की झड़ी में शहरवासियों ने अपने राष्ट्रभक्त सैनिक ITBP के संस्थापक सैनिक हाजी खाँन मोहम्मद साहब की कर्तव्यपरायणता की तारीफ करते हुए उन्हें नम आंखों से विदाई दी और श्रद्धांजलि अर्पित की।















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