23 अक्टूबर शुक्रवार को सप्तमी तिथि 06/56 प्रातःतक है, उसके बाद पूरे दिन अष्टमी तिथि है। जबकि 24 अक्टूबर को अष्टमी तिथि 06/58 प्रातः तक है, उसके बाद नवमी तिथि है। 25 अक्टूबर को नवमी तिथि 7/41 तक है उसके बाद पूरे दिन दशमी तिथि है। इसी अनुसार पूजन इत्यादि करे।
श्लोक
अथ महाष्टमी घटी का मात्रा प्यौदयिकी नवमीयुता ग्राह्या !!
सप्तमी स्वल्पतयुता सर्वथा त्याज्या !!यदा तु पूर्वत्र सप्तमीयुता
परस्त्रोदये नास्ति घटिका न्यूना वा वर्तते तदा सप्तमी
विद्धापि ग्राह्या!
धर्मसिन्धु
सप्तमी विद्धा अष्टमी क्षय हो तो सप्तमी के दिन ही अष्टमी मनाएं।
इसलिए अष्टमी 23 अक्टूबर को ही मान्य है।

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