- वर्षा ने जताया सीएम शिवराज और मंत्री सिंधिया का आभार
भोपाल। साल 2018 में प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से सहायक ग्रेड 3 के लिए चयनित होने के बाद भी नियुक्ति के लिए परेशान एक अभ्यर्थी को तकनीकी शिक्षा विभाग की संवेदनशील मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की पहल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान से न्याय मिल गया है। उसने दोनों का आभार जताया है। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की संवेदनशीलता एवं न्यायकुशलता के चलते प्रदेश की एक महिला अभ्यर्थी वर्षा सरवैया को न्याय प्राप्त हो गया। इस प्रकरण में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने मानवीय पहल की थी जिसके कारण ये संभव हो सका। यह प्रकरण भोपाल संभागायुक्त कार्यालय की लापरवाही व नियमों की नासमझी के चलते अटका हुआ था और कुमारी वर्षा सरवैया जो कि वर्ष 2018 में प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से सहायक ग्रेड 3 के लिये चयनित हुई थी। उसकी सहायक ग्रेड 3 पद की न्यूनतम अर्हता 12वीं थी। कुमारी वर्षा 10वीं उत्तीर्ण करने के पश्चात डिप्लोमा इंजीनियरिंग तथा इंजीनियरिंग स्नातक (बीई) कर चुकी थी किन्तु उसे 12वीं के समकक्ष न मानते हुए आवेदिका को कार्यभार ग्रहण न कराते हुए मार्गदर्शन के लिये प्रकरण सामान्य प्रशासन विभाग को भेज दिया गया था। सामान्य ज्ञान प्राप्त व्यक्ति भी यह समझ रखता है कि डिप्लोमा इंजीनियरिंग एवं इंजीनियरिंग में स्नातक (बीई) कर चुकी आवेदिका, 12वीं से कहीं अधिक शिक्षित एवं अर्हता प्राप्त है लेकिन तब भी वर्षा परेशान रही। अंतत: प्रकरण तकनीकी शिक्षा विभाग को मार्गदर्शन हेतु भेजा गया, जिस पर मंत्री ने संज्ञान लिया तब जाकर इसका निराकरण तकनीकी शिक्षा विभाग से हो सका। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा यह प्रकरण मुख्यमंत्री चौहान के संज्ञान में लाये जाने पर संवेदनशील मुख्यमंत्री ने लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने कहा साथ ही कुमारी वर्षा को तत्काल नियुक्ति दिये जाने हेतु निर्देश दिये गये हैं। कुलमिलाकर महिला अभ्यर्थी वर्षा सरवैया को प्रशासनिक लापरवाही के बाद अब मानवीय पहल के आधार पर तकनीकी शिक्षा विभाग के माध्यम से न्याय मिल गया। इसे लेकर मंत्री सिंधिया ने संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही एवं तत्काल नियुक्ति के निर्देश देने को लेकर उन्हें धन्यवाद कहा।

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