कवियों ने किया कविता पाठ
करैरा। ( युगल किशोर शर्मा की रिपोर्ट) सीता सेन्ट्रल स्कूल में श्री चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव की पुस्तक "जागो युवा देश के " का विमोचन समारोह आयोजित हुआ। साथ ही श्री प्रभुदयाल शर्मा के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव एवं श्री प्रभुदयाल शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ख्यातिनाम गीतकार घनश्याम योगी ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में इंजिनियर एसपी श्रीवास्तव, समाजसेवी भोगीलाल विलेया तथा सुरेश बंधु, पत्रकार युगल किशोर शर्मा उपस्थित रहे। अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की पूजा की गई ततपश्चात पुस्तक विमोचन एवं अतिथि सम्मान साल श्रीफल से किया गया। माँ सरस्वती की वंदना घनश्याम योगी ने प्रस्तुत की तथा वेदप्रकाश दुबे ने कविता पाठ किया। श्री घनश्याम योगी ने अपने गीत से सभी का मन मोह लिया,
"खेतों में वगुला उड़ने लगे
सारस सुहाने लगने लगे।"
प्रमोद गुप्ता भारती ने बुंदेली कविताओं से एक नया मोड़ दिया,तथा वर्तमान परिस्थितियों पर करारा व्यंग किया
"बढ़े तेल के दाम जीना मुश्किल है ,
रुक गए सारे काम जीना मुश्किल है I
महंगाई ने मुंह खोला सुरसा जैसा ,
चौतरफा कोहराम जीना मुश्किल है I
नहीं कोई कंट्रोल न कोई बंधन है ,
मनमर्जी के दाम जीना मुश्किल है Iचाटुकार हो गई मीडिया सत्ता की ,
कैसे लगे लगाम जीना मुश्किल है I
कवि सौरभ तिवारी ने अपनी कविता अपने गुरुओं को समर्पित की ।
"शिक्षक का सम्मान हो
मिले शीर्ष स्थान,
गोविन्द से बढ़कर गुरु
कहते वेद पुराण ।"
डॉ ओमप्रकाश दुबे,रमेश वाजपेयी,चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव के पश्चात सतीश श्रीवास्तव ने कोरोना की विकराल समस्या पर कविता सुनाई,
" बहुत हो गया रोये कहां तक
बोलो अपना रोना,
कब तक विदा यहां से होगा
अब तो बता कोरोना।"
डॉ राजेंद्र गुप्ता ने पुस्तक पर चर्चा करते हुए अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रभुदयाल शर्मा ने अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से माहौल को उत्कर्ष प्रदान किया।
"वेमौसम ही कोहरा घना हो रहा
रोशनी धुंध में कहीं खो रही।"
इंजिनियर एसपी श्रीवास्तव, भोगीलाल और सुरेश बंधु ने अपने सारगर्भित उदवोधन में साहित्य की रचना पर खुशी जाहिर की। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रमोद गुप्ता भारती ने किया तथा आभार प्रदर्शन रमेश वाजपेई ने किया ।

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