शिवपुरी। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन पद का ताज कांटों का माना जाता रहा है। हालांकि डॉक्टर गोविंद सिंह ऐसे लड़ाका साबित हुए की उन्होंने लंबी बैटिंग इसी पद पर की और कई शतक मारे। उनके साथ सीएमएचओ डॉक्टर एएल शर्मा आरएमओ रहे जिनके कार्यकाल में जिला अस्पताल को कायाकल्प में प्रदेश भर में नम्बर एक का ख़िताव मिला। बाद में इस पद पर योग्य और काबिल दिग्गज रहे लेकिन चमत्कृत पारी नहीं खेली जा सकी। यहां तक कि बेहद व्यवहारिक और गायत्री परिवार से जुड़े काबिल डॉक्टर पीके खरे जिन्होंने गायत्री पार्क से लेकर कई स्वास्थ्य शिविर बेहतर ढंग से आयोजित किये लेकिन जिला अस्पताल को वह मुकाम की आज भी दरकार है। ऐसे में जब डॉक्टर खरे ने दायित्व निभाने से मना किया तब कलक्टर अक्षय सिंह ने सिविल सर्जन की तलाश शुरू की। कई दिग्गज कतार में नाम तो आगे तक ले आये लेकिन सिविल सर्जन नहीं बने। लिखकर भी कुछ में इनकार कर दिया। ऐसे में फाइटर की तर्ज पर डॉक्टर राजकुमार ऋषिवर की एंट्री हुई है। सीएमएचओ डॉक्टर ए एल शर्मा ने उन्हें यह दायित्व सौंपा। बेहद शालीन, मिलनसार डॉक्टर राजकुमार अभी तक आरएमओ पद का दायित्व निभाते आ रहे थे। अब उनके सिर सिविल सर्जन का ताज है। चुनोतियाँ के अंबार के बीच वे किस तरह अपनी योग्यता साबित कर सकेंगे यह देखने काबिल होगा। डॉक्टर राजकुमार अपने बड़े भाई जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संजय ऋषिवर के अनुज हैं। जबकि उनके व्यवहार की सौम्य, मधुर शैली उनके नामी गिरामी पिता डॉक्टर एमएस ऋषीश्वर दद्दा से मिलती है जो एक समय जिला अस्पताल की शान रहे और जिले में ही नहीं बल्कि संभाग में उनका कोई सानी नहीं था। डॉक्टर राजकुमार को मामा का धमाका डॉट कॉम की तरफ से बहुत बहुत बधाई।
बनते ही लगी स्वागत की झड़ी
डॉॅ.राजकुमार ऋषिश्वर जैसे ही सिविल सर्जन बने। उनका अभिनंदन का दौर चल पड़ा। मप्र स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के तत्वावधान में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान मप्र स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष मनोज भार्गव सहित जिला चिकित्सालय के अध्यक्ष राजीव पुरोहित द्वारा पुष्पगुच्छ भेंट कर नए सिविल सर्जन डा.राजकुमार ऋषिश्वर का अभिनंदन किया गया और कहा कि आप स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य कर्मचारियों के प्रति अपने दायित्व का बखूबी निर्वहन करेंगें। इस दौरान जिला संरक्षक प्रमोद कटारे, जिला चिकित्सालय अध्यक्ष राजीव कुमार पुरोहित एवं स्टाफ सदस्य नरेंद्र शर्मा, जगदीश सिंह कौरव, अनिल व्यास, जयानंद गोलू, बोहरे, अलका श्रीवास्तव, श्रीमती रेनू विजय कर, श्रीमती भगवती परमार, श्रीमती आशा लाड, श्रीमती हेमलता रे, ज्योत्सना डीन, रानी मेहरा, राजकुमारी दुबे, अमरजीत कौर, विनीता, निरंजन, करिश्मा डोके, अंकिता मंडेलकर आदि उपस्थित रहे।

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