शिवपुरी। नगर की राजेश्वरी रोड पर स्थित नालंदा एकेडमी द्वारा शिवपुरी शहर से upsc परीक्षा में पुलिस अधीक्षक पद (sp) के लिए चयनित नरेंद्र रावत जी का स्वागत व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे संस्था के डायरेक्टर अक्षत बंसल ने पुष्प गुच्छ भेटकर उनका अभिनंदन व स्वागत किया। साथ ही उनके साथ आये उनके अभिभावकों का भी स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुवात संस्था डायरेक्टर अक्षत बंसल ने नरेंद्र रावत जी के द्वारा जो सफलता प्राप्त की है उसे शिवपुरी के सभी छात्रों के लिए अभिप्रेरणा का उच्च स्त्रोत के रूप में बताया ... नरेंद्र रावत जी के पिता श्री रमेश रावत जी ने अपने पुत्र की सफलता के पीछे उसके द्वारा अपने लक्ष्य प्रयास के लिए किये गए सतत ऊर्जावान प्रयास को चयन होने का मुख्य कारण माना, ओर नालंदा संस्थान के सभी छात्रों को भी पूर्ण श्रम व ऊर्जा के साथ अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर जुटे रहने का संदेश दिया...
नरेंद्र रावत जी के द्वारा छात्रों को upsc व mppsc व अन्य प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टिप्स ओर अभिप्रेरणा रूपी विचार रखे जो छात्रों के प्रतिस्पर्धी जीवन में मार्गदर्शक सिद्धान्तों के रूप में उनको सदैव आगे की ओर प्रशस्त करते रहेंगे...
upsc/mppsc की तैयारी के दौरान किस प्रकार छात्र तैयारी करे यह उनकी वार्ता का मुख्य भाग था , जिसमे उन्होंने बताया कि आपको की आपको रोज एक टाइम सेट करके प्रतिदिन पढ़ना चाहिए ना कि अंतिम समय पर 10,15 घण्टे लगातार पढ़ना जो संभवत असफलता का कारक बनता हैं।।
2) कई किताबो का अध्यन न करके एक किताब का कई बार अध्यन करना काफी लाभकारी होता हैं..
3)रोज 25,30 प्रश्नों का ऑब्जेक्टिव ओर 2,3 प्रश्नों को जरूर लिखे जिससे बाद में मुख्य परीक्षा में लिखने की समस्या या कैसे लिखे यह समस्या नहीं आएगी
4)ncrt की पुस्तकों का अध्यन के द्वारा विषयों की आधारभूत समझ को मजबूत कर सकते है
5) लगातार अभ्यास करने से आपके रिफ्लेक्स मजबूत होते है जिससे आपको सोचने और लिखने की क्षमता में वृद्धि होती है अतः अभ्यास करते रहें
6) किसी विषय को समझने में सर्वप्रथम उसकी परिभाषा को समझिये ओर बिंदुवार(पॉइंटेड) नोट्स को बनाइये, जिससे सहजता से वो याद रहता हैं
7) वैकल्पित विषय के चयन के समय आप को अच्छा लगता है यह आधार न मानकर /बनाकर जो ज्यादा स्कोरिंग हो,छोटा विषय हो जिससे उसका रिवीजन अधिक हो सके ऐसे विषय का चयन करें..
8) साक्षात्कार के समय उसी प्रश्न का जवाब देवें जो आपको पूर्ण रूप से पता हो, ना आ पाने की स्थिति में सॉरी बोलना ज्यादा उचित हैं ..
9) अपनी समझ को विस्तार दीजिये, महत्वपूर्ण मुद्दों पर सकारात्मक व नकारात्मक दोनों पक्षो को जानिये व उनके महत्वपूर्ण प्रावधानों को याद रखने का प्रयास कीजिये...
10) सदैव अभिप्रेरणा का स्तर बनाएं रखे और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सदैव ऊर्जावान प्रयास में लगे रहें...
कार्यक्रम के अंत मे नालंदा संस्थान के डायरेक्टर अक्षत बंसल व संस्था के सह शिक्षक श्री प्रदीप रावत व सुनील सोले के द्वारा श्री नरेन्द्र रावत जी को संस्था के ओर से प्रतीक चिन्ह प्रदान किया और उनका पुष्प गुच्छ से सम्मान किया व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.. इस कार्यक्रम के दौरान नालंदा संस्थान के छात्र काफी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए व अभिप्रेरित हुए।

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