शिवपुरी। नगर में विगत सात दिनों से ठाकुर बाबा मंदिर हाथी खाना पर मनी भागवत का शनिवार को समापन हो गया। यहां बाल योगी बासुदेव नंदिनी भार्गव द्वारा भागवत कथा
सरिता वह रही थी। केवी चतुर्वेदी के अनुसार संस्कृत श्लोक का पूरी शुद्धता से गायन, संस्कृत निष्ठ हिन्दी में उनका विश्लेषण उनके कथा वाचन को एक अलग ही ऊंचाई प्रदान कराता है। भजन गायन में उनकी आवाज तथा classical touch उसको पूर्णता तक पहुंचाते हैं। इतनी कम उम्र में इस विधा में इतना आधिपत्य ईश्वर की कृपा ही है। ईश्वर उन्हें यश दें, सफलता दें। आज ब्राह्मण समाज द्वारा उनको सम्मानित किया गया। मौके पर कथा के यजमान मनी सहित पुरुषोत्तम शर्मा आदि मौजूद थे।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (सनातन) ने किया कथा व्यास पं. वासुदेवनंदनी भार्गव का ब्राह्मण रत्न के रूप में सम्मान
शिवपुरी स्थित हाथीखाना ठाकुर बाबा के मंदिर पर भागवत कथा का वाचन करने वाली कथा व्यास पं. बासुदेवनंदिनी बालयोगी भार्गव को अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन ने कथा के समापन के अवसर पर ब्राह्मण रत्न के रूप में सम्मानित किया है। ठाकुर बाबा पर होने वाली भागवत पुरे शहर में चर्चा की विषय वनी हुई है। जिसका मुख्य कारण है भागवत कथा के मुख्य यजमान मनी महाराज जिन्होने शहरवासियों से मिलने वाली दानराशि से तीसरी बार भागवत कथा का अयोजन कराया है। आमतौर पर व्यक्ति अपने जीवन काल में एक ही बार भागवत कथा का आयोजन करा पाता है। तीसरी बार भागवन कथा का आयोजन कराकर वह लोगों के लिए मिशाल बन गए हैं।
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के जिलाध्यक्ष पं. पुरूषोत्तम कांत शर्मा एंव जिला उपाध्यक्ष हरगोविन्द शर्मा एवं राजू शर्मा पिपरघार ने संयुक्त रूप से बताया कि हाथी खाना स्थित ठाकुर बाबा मंदिर पर भागवत कथा का वाचन ब्राह्मण रत्न पं. बासुदेवनंदिनी बालयोगी भार्गव द्वारा किया गया जिसके समापन के अवसर पर अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के पदाधिकारी एवं वरिष्ठ समाजसेवी पं. लक्ष्मीनारायण सरपंच साहब द्वारा उन्हे ब्राह्मण रत्न के रूप में शॉल श्रीफल एवं स्मारिका प्रतीक भेंट कर सम्मानित किया है। साथ में भागवत के मुख्य यजमान मनी एवं पं. बासुदेव महाराज को भी सम्मानित किया गया। अयोजन के दौरान पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जगमोहन सिंह सेंगर, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा सनातन के हरिवल्लभ शर्मा, रामचरन शर्मा, कुंजबिहारी चतुर्वेदी, प्रदीप शर्मा सुआटोर, डॉ. जेपी बिरथरे, महेन्द्र गौड़, पवन अवस्थी, अरविन्द सरैया, महावीर मुदगल आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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