पहले शासन में बैठे लोगों के द्वारा अब
प्रशासन मैं बैठे लोगों द्वारा किया जा रहा ब्राह्मणों को सार्वजनिक रूप से अपमानित
शिवपुरी। हाल ही में मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव द्वारा ब्राह्मणों को अपनी जेब में रखे जाने की बात कही गई थी जिस का विरोध पूरे मध्यप्रदेश में है ठीक उसी क्रम में हाल ही में रतलाम जिले के महालक्ष्मी मंदिर के वृद्ध पुजारी की कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आरती की दक्षिणा अपनी जेब में रखे जाने का दुर्भाग्य वीडियो जारी कर ब्राह्मणों को सरेआम अपमानित करने का कार्य किया है
जबकि प्रशासन के द्वारा इस मामले को गंभीरता से ना लेते हुए उल्टा मंदिर के पुजारी के नाम ही एक नोटिस जारी कर दिया इससे यह प्रतीत होता है कि मंदिर का वृद्ध ब्राह्मण पुजारी नहीं कोई अपराधी है। मनोज गुरु ने बताया कि मंदिर किसी कलेक्टर की जागीर नहीं उन्होंने कहा कि मंदिर के दान पत्र की राशि पर मंदिर समिति का अधिकार हो सकता है परंतु आरती की थाली और अन्य दक्षिणा राशि पर मंदिर के पुजारी का ही अधिकारी होता है। सोचने की बात यह है कि जिन लोगों ने मंदिर के वृद्ध पुजारी का वीडियो का दक्षिणा का बारे जो वायरल किया है कभी उनके द्वारा यह हिमाकत नहीं दिखाई गई कि प्रशासन में बैठे भ्रष्ट लोगों का भी वीडियो को जारी कर सकें लाखों रुपए का का भ्रष्टाचार करते हैं हम सनातनी होने के नाते उस वीडियो को चलाने वाले और प्रशासन के इस व्यवहार की निंदा करते हैं प्रशासन के इस रवैया से प्रदेश के संपूर्ण ब्राह्मण समाज को ठेस पहुंची है व पूरे प्रदेश का ब्राह्मण समाज इस घटना से आहत है कहीं ना कि ब्राह्मणों को आये दिन कभी शासन के तोकभी प्रशासन के लोगों द्वारा अपने टारगेट पर लाया जाता है
ऐसे में ही कलेक्टर के द्वारा मंदिर के वृद्ध ब्राह्मण को नोटिस जारी कर दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई की गई

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