सोनू सेन अमोला की रिपोर्ट
अमोला। कहावत है पूत कपूत सुने है पर माता सुनी ना कुमाता ...लेकिन अब कलयुग में ऐसे घटनाक्रम भी सामने आ रहे है जो माँ के ममत्व पर संशय पैदा करने के लिय पर्याप्त है आज जिला शिवपुरी के सिरसौद चौराहा के यात्री प्रतीक्षालय में एक बच्चे में एक बच्चे की मरियल सी करुणा सिसकियों भरी पुकार ने लोगो को हिलाकर रख दिया लगभग 3 बर्ष के कुपोषित बालक लावारिस हालत में यहां माँ माँ चिल्लाता और रोता नजर आया जिससे रोया भी नही जा रहा था जिसे देख लोगो की भीड़ जमा हो गई दरअसल इस बालक को उसके माता पिता यहां लावारिस हालत में छोड़ कर चले गए वे कौन थे और कहां के रहने बाले थे इसका कोई पता नही है स्थानीय लोगो ने बच्चे से पूछने की कोशिश की पर वह बोलने की स्थिति में नही था बालक कुपोषण का शिकार दिखाई दे रहा था जब माता पिता का कोई पता नही चला तो इस लावारिस बच्चे को स्थानीय लोगों ने डायल 100 बुलाकर पुलिस के हवाले कर दिया हालांकि बच्चे को देखने मे लगता है कि उसकी माँ ने ठंड से बचाव के लिय उसे गर्म कपड़े पहनाए हुए है सिर पर टोपा आँखों मे कजल और हरे रंग के कम्बल में लपेट कर उसे रख छोड़ा गया है जो दर्शाता है कि माता और पिता अपने इस नैनी हाल को सर्दी के इस मौसम में उसकी आनिस्ट की कामना के साथ नही छोड़ना चाहते थे जिस ढंग से उसे यहां रखा गया है उसके दृष्टिगत बच्चे के माँ की कोई मजबूरी भी आड़े आ सकती है जिसने ममता का गला घोंट कर अपने कलेजे के टुकड़े को भगवान भरोसे यात्री प्रतीक्षालय में छोड़ कर मुंह मोड़ लिया हालांकि पुलिस ने इसकी पहचान प्रयास शुरू कर दिए है और बच्चे को अस्पताल में भेज दिया है।

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