वाइल्ड लाइफ की शर्त 60 की जगह 30 मीटर में सड़क बनाकर तैयार कीजिये फोरलेन
- एनएचएआई ने 1 क्रेन, 10 लोग लगाए जाम खुलवाने में
सतनवाड़ा थाना प्रभारी अरविंद छारी टीम के साथ रात भर जुटे रहे जाम खुलवाने में, अब हुआ बहाल
शिवपुरी। शिवपुरी ग्वालियर के बीच नये वायपास से सतनवाड़ा तक जारी फोरलेन के निर्माण के चलते वैकल्पिक सड़क पर रविवार की रात 8 बजे से जाम लग गया जो अभी तक पूरी तरह नहीं खुल सका है वाहन रेंग कर निकलने लगे हैं। नरवर नगर परिषद की वोटिंग के बाद रात को नगर लौट रहे कलेक्टर अक्षय सिंह खुद इस जाम में फस गए थे जिन्हें बमुश्किल निकलवाया गया। जबकि सतनवाड़ा के SIT कॉलेज में स्काउट के राज्य स्तरीय शिविर में आये 700 युवा भी इस जैम के चलते परेशानी में फंसे। कुछ युवा किसी तरह कॉलेज तक पहुंचे। यह जैम आज पहलीबार नहीं लगा बल्कि रोज की कहानी बन चुका है। जिसमें एम्बुलेंस से लेकर यात्री वाहन तल फसते हैं।
यहां भी वाइल्ड लाइफ से मुश्किल
शिवपुरी के विकास में अड़ंगे की तरह फारेस्ट महकमा इस फोरलेन के निर्माण में भी बाधक बना हुआ है। जब फोरलेन बनाया गया तब परमिशन नहीं दी थी जिससे 5 किमी में फोरलेन अटका रहा। अब अंडर ब्रिज, ओवर ब्रिज की शर्तों के साथ मिली अनुमति में भी एक पेच फसा हुआ है। एनएचएआई की माने तो फोरलेन निर्माण में सुगमता से ट्रैफिक चल सके इसके लिये 60 मीटर की सड़क होनी जरूरी है लेकिन ख़ूबत पर वाइल्ड लाइफ ने 30 मीटर की सड़क बनाकर निर्माण की अनुमति दी है जिसके नतीजे में सड़क इतनी सकरी है कि टू लेन पर मुश्किल से वाहन क्रॉस होते हैं।
वाहन खराब लगा जैम
इस तरह सकरी रोड पर कोई वाहन खराब हो जाये या रुक भर जाए तो जैम लग जाता है। जिसे क्रेन से हटाकर अलग करने में लगने वाली देर घण्टों का जैम लगा देती है।
कार, बाइक वाले बड़ी परेशानी
उक्त सड़क पर कार वाले बड़ा जैम लगवाते हैं। जल्दी निकलने के फेर में वे बीच मे घुसकर दोनों तरफ के रास्ते बंद कर लेते हैं फिर जाम लगता चला जाता है। यही हाल बाइक का है लेकिन वे तब भी कहीं न कहीं समा जाते हैं तो काम चल जाता है। कार वालों को कतार में लगने की आदत डालनी होगी या फिर जबरन घुसकर जाम लगाने वाले कार चालकों के मौके पर ही चालान करना जरूरी है।
यह बोले जीएम
एनएचएआई के महाप्रबंधक राजेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि लोगों को सुविधा मिले इसके लिये फोरलेन आवश्यक है। वाइल्ड लाइफ ने 60 की जगह 30 मीटर सड़क के साथ फोरलेन निर्माण की अनुमति दी है साथ ही कोई वाहन खराब हुआ नहीं कि उससे भी जाम लगता है। इससे बचने के लिये हमने एक क्रेन, 10 कर्मचारी मौके पर जाम खुलवाने लगाए हैं। पुलिस भी मदद करती है। कार वाले वेबजह जल्दबाजी में जाम लगवाते हैं। उन्हें कतार में चलने का अभ्यस्त होना चाहिए। जिससे जैम से बचा जा सके।

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