शिवपुरी। भारतीय नववर्ष की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होती है।इस मौके पर भारत विकास परिषद् शाखा शिवपुरी के सदस्यों द्वारा माधवचौक चौराहे पर पहुंचकर वहां से गुजरने वाले प्रत्येक नागरिक को रोककर तिलक लगाया और नव संवत्सर व नवरात्रा के पावन पर्व की शुभकामनाऐं दी। भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी के अध्यक्ष संजीव जैन सचिव गणेश ओझा ने बताया कि ब्रह्म पुराण में मान्यता है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सृष्टि बनी। इसलिए यही वो दिन है जब से भारत वर्ष की काल गणना की जाती है। हेमाद्रि के ब्रह्म पुराण के अनुसार, ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के दिन की थी। इसीलिए पंचांग के अनुसार हर वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष शुरू हो जाता है।चैत्र मास को हिंदू वर्ष का पहला महीना होता है। चैत्र मास में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से नवसंवत्सर आरंभ होता है। इस बार 2 अप्रैल 2020 को विक्रम संवत 2079 को हिंदू नववर्ष मनाया गया। संवत्सर की शुरुआत राजा विक्रमादित्य के द्वारा की गई थी, इसलिए इसे विक्रम संवत कहा जाता है। यह अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है। जहां अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार वर्ष 2022 चल रहा है तो वहीं नवसंवत्सर 2079 होगा।

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