धमाका फॉलोअप: ऑक्सिजन नली फेंककर एक महीने दो दिन के बेटे को लेकर भागी प्रसूता, बच्चे की मौत, जिला अस्पताल में सिलेंडर फटने की अफवाह ने ले ली छोटू आदिवासी की जान, कलेक्टर अक्षय ने दिए जांच के निर्देश
शिवपुरी। जिला अस्पताल में रविवार 20 नवंबर की रात सिलेंडर फटने की अफवाह के चलते मची भगदड़ में एक माह दो दिन के नवजात की ऑक्सिजन कमी के चलते जान चली गई। दरअसल सिलेंडर फटने की खबर सुनकर मासूम छोटू आदिवासी की मां सुमन आदिवासी निवासी बेराड ने अपने कलेजे के टुकड़े को बचाने के लिए ऑक्सिजन लगाकर लेते बेटे की ऑक्सिजन पाइप निकालकर फेंकी और दौड़ लगा डाली। उसने बच्चे को सिलेंडर दुर्घटना से बचाने दौड़ लगाई लेकिन वह तो अफवाह थी इधर ऑक्सिजन से दूर होते ही उसके बेटे की जान चली गई। इसके पहले कलेक्टर अक्षय सिंह, एसपी राजेश सिंह जिला अस्पताल आए थे लेकिन तब तक यह जानकारी सामने नहीं आई थी। बाद में जब हालात सामान्य हुए तो पता लगा की अफवाह की दौड़ में एक मां ने अपने लाल को खो दिया। आखिर किसने ये जानलेवा अफवाह फैलाई थी ? जिसने कुछ ही पलों में एक परिवार की खुशियां छीन लीं। महज एक महीने के छोटू को ऑक्सिजन पर रखा गया था। साफ बात हैं की जरा सी भी ऑक्सिजन की कमी होते ही उसकी जान को खतरा था। इधर सिलेंडर फटने की अफवाह उसी वार्ड के पास से फैली जिसमें छोटू भर्ती था। उसकी मां ने आव देखा न ताव ऑक्सिजन से अपने कलेजे के टुकड़े को दूर किया और भाग खड़ी हुई। नतीजे में उसकी जान चली गई।
कलेक्टर अक्षय ने दिए जांच के निर्देश
मामले की गंभीरता को समझते हुए कलेक्टर अक्षय सिंह ने तत्काल जिला अस्पताल के सीएस डॉक्टर आरपी चौधरी को पूरे घटनाक्रम की जांच किए जाने और अफवाह फेलाने वाले पर कारवाई के निर्देश दे दिए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें