
धमाका डिफरेंट: दौलत की इंसानियत से उपजे प्यार का नतीजा, मोर बनी दोस्त, हर दिन आती मिलने गांव
शिवपुरी। प्यार वो हैं जिसके बंधन से कोई भी आजाद नहीं। जरा दिल से प्यार किया जाए तो इंसान से इंसान ही नहीं बल्कि इंसान से पक्षी तक प्यार करने लगते हैं। ऐसा ही एक मामला जिले के पोहरी अंतर्गत ग्राम मालबरबे से सामने आया हैं जहां राष्ट्रीय पक्षी मोर की ग्राम के एक युवक से गहरी दोस्ती हो गई हैं। ठीक उसी तरह जिस तरह की दोस्ती हम धमाका पर अमेठी के आरिफ और सारस की दोस्ती के बारे में हम आपके लिए लेकर आए थे। ठीक उसी तरह की कहानी इस मोर की है। दरअसल तीन साल पहले जंगल में मोर का बच्चा दौलत राम धाकड़ को जंगल में अकेला मिला था आसपास कोई अन्य मोर नहीं थे। कोई मोर के बच्चे पर हमला ना कर दें इसलिए वह उसे अपने साथ गांव ले आये थे। फिर उसका नाम रूबी रखा था। बाद में मोर का बच्चा बड़ा हो गया था और मोर के झुण्ड में शामिल हो गया था लेकिन बड़े होने के बाद भी वह मुझे नहीं भूला। अब मोर तीन साल की है। इसके बावजूद मोर दौलत से मिलने हर दिन गांव आती है कुछ समय बिताने बाद वह अपने झुण्ड में चली जाती हैं रात मोर अपने झुण्ड के साथ पेड़ पर गुजारती है और सुबह उठकर दौलत के पास आ जाती है। मोर ने बचपन से घर का खाना खाया है। आज भी हर रोज घर आती है और कुछ समय बिताती है। घर के बच्चे उसके साथ खेलते रहते है। ऐसा पिछले तीन सालों से चला आ रहा है। शायद दौलत की इंसानियत से उपजे प्यार का ही नतीजा हैं की दोनों की दोस्ती एक मिसाल बन गई हैं।

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