ग्वालियर। ग्वालियर के सीएम राईज स्कूलों के शिक्षक और बच्चे अब स्वयं आनंदित रहते हुए दूसरों को आनंदित करने की कला सीख रहे हैं यह सब संभव हुआ है राज्य आनंद संस्थान द्वारा संचालित आनंद सभा के माध्यम से। इन विद्यालयों में हर शनिवार आयोजित आनंद सभा में बच्चों को आनंद क्या है, आनंद कैसे आता है और आनंद कैसे बढ़ता है, जीवन में आनंदित कैसे रहे रहे, इसके गुर सिखाए जा रहे हैं।। इस हेतु आनंद विभाग द्वारा प्रदेश के सभी सीएम राईज स्कूल के दो-दो शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है।
आनंद सभा के आयोजन को गति देने अब प्रदेश के सभी सीएम राईज स्कूलों में नौवी से बारहवी तक के बच्चों के लिए हर शनिवार को स्कूलों में एक पीरियड संचालित किया जा रहा है।
जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर ने आज पद्मा विद्यालय में आनंद सभा के अवलोकन के दौरान बच्चों से कहा किआमतौर पर लोग पैसों को ही आनंद का सबसे बड़ा मार्ग समझते है। रिश्तों की अहमियत को लोग भूल जाते है। प्रकृति जो सबकुछ देती है उसकी अनदेखी कर देते है।कोई रिश्तों को प्राथमिकता नहीं देता, आपस में एक-दूसरे के प्रति समझ बढ़ाने पर बात नहीं होती। आनंद सभा के माध्यम से नौवी कक्षा के बच्चों को यह सिखाया जाएगा कि खुद के साथ किस तरह से रिश्ता कायम करे। इसमें किस तरह आनंद बढ़ाया जाए।इसके बाद दसवी कक्षा में बच्चों को बताया जाएगा कि आनंद कैसे बढ़े और इसमें परिवार को किस तरह शामिल किया जाए। कक्षा 11 वी के बच्चों को बताया जाएगा कि समाज के साथ किस तरह न्याय करे। कैसे एक-दूसरे को समझे। इसके बाद कक्षा बारहवी के बच्चों को बताया जाएगा कि प्रकृति के साथ किस तरह जुड़कर आनंद प्राप्त किया जा सकता है। जीने के अवसरों में विस्तार कैसे करना है यह सब आनंद सभा के दौरान बताया जाएगा।
मास्टर ट्रेनर श्रीमती रेखा श्रीवास्तव ने कहा कि एक दूसरों के सुख, दुख में रिश्तों में किस तरह जुड़कर आनंद पाया जा सकता है इसकी जानकारी इस दौरान बताई जाएगी। नौवी से बारहवी तक के बच्चों को हर शनिवार को एक घंटे इस विषय पर बात की जाएगी। सभा के अंत में जिला योग प्रभारी चाकणकर द्वारा उपस्थित छात्राओं को हास्यासन कराया गया। इससे पूर्व जिला योग प्रभारी श्री चाकणकर द्वारा शासकीय उमावि सिकंदर कंपू तथा हिंदी विद्यापीठ में प्रार्थना सभा का अवलोकन कर योगाभ्यास कराया गया। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य श्री रविंद्र शर्मा विकासखंड योग प्रभारी अरुण शर्मा तथा विद्यालय के शिक्षक उपस्थित थे।

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