शर्मनाक हम पशु पालक
एक तरफ वाहन चालक दोषी हैं। जिनकी स्पीड कितनी तेज रही होगी की एक साथ चार भैसों को रौंद डाला। तो दूसरी तरफ हम पशु पालकों ने भी शर्म बेच खाई हैं जो अपने पशुओं को सिर्फ दूध देने के लिए घर बुलाते हैं उसके बाद उनको मरने के लिए सड़कों पर छोड़ देते हैं। पहले तो सिर्फ गाय सड़क पर दिखाई देती थीं लेकिन अब तो भैसों को भी लोग सड़कों पर मरने के लिए छोड़ देते हैं।
राजू भाई प्रेम स्वीट की मिटार दी नई कार
सड़कों पर पशुओं से वाहन चलाना भी मुश्किल हो रहा हैं। थीम रोड ग्वालियर बायपास से हर हिस्से यहां तक कि माधव चोक पर भी पशु सड़क पर मोजूद रहते हैं। बीते रोज दो सांडों की लड़ाई में राजू भाई प्रेम स्वीट्स की कार का गेट निपट गया। वो दूर रुके थे लेकिन लड़ाई करते सांड उनकी कार से जा टकराए जिससे वे बाल बाल बचे लेकिन कार के दो गेट पूरी तरह निपट गए।

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