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धमाका बड़ी खबर: शिवपुरी के सायवर एक्सपर्ट ASI प्रवीण त्रिवेदी की राजस्थान के व्यापारी ने जड़ी आईजी से शिकायत, बोले, अफीम के केस के फसाने की धमकी देकर ले लिए 15 लाख

मंगलवार, 10 अक्टूबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। जिले के माने हुए सायवर एक्सपर्ट ASI प्रवीण त्रिवेदी की राजस्थान के व्यापारी ने आईजी से शिकायत जड़ दी हैं, एक साल से ज्यादा पुरानी इस शिकायत में गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा हैं की उनको अफीम के केस के फसाने की धमकी देकर एएसआई ने 15 लाख ले लिए जिसके बैंक खातों की डिटेल भी शिकायत के साथ उपलब्ध कराई हैं। जब उससे मीडिया ने पूछा की शिकायत तत्काल क्यों नहीं की तो बोला दहशत के चलते शिकायत नहीं की लेकिन बीते रोज आईजी ने एक इसी तरह राशि वसूले जाने पर दोषी पुलिस कर्मियों पर कारवाई की तो उनको न्याय मिलने की आस जगी हैं। इस मामले में जो जानकारी सामने आई हैं उसके अनुसार राजस्थान के झालावाड़ जिले के ग्राम बोरबंद थाना बालता निवासी सुजान सिंह 28 पुत्र गोवर्धन तंवर ने आईजी को एक आवेदन दिया है। सुजान सिंह का कहना है कि वह भेडो का व्यापार करता है और शिवपुुरी अपने साथ के साथ भेडे खरीदने आया था। वह रेवाडी के भेडो के व्यापारी के पास आया था उसे समय उसका डेरा शिवपुरी जिले में ही था। सुजान सिंह ने बताया कि बीती 1 सितंबर 2022 को वह अपने घर अपनी जीप से घर लोट रहा था उस समय मेेरा दोस्त गिर्राज और मेरा ड्रायवर साथ था। हमारी गाडी शिवपुरी सिंहनिवास के पास स्थित फोरलेन पुल के पास सुबह 9 बजे जैसे पहुंची हमारी गाडी को पुलिस ने रोक लिया।
शिवपुरी पुलिस के एएसआई प्रवीण त्रिवेदी व उसके तीन अज्ञात साथियो ने रास्ते में रोककर जीप से मुझे, गिर्राज और भरत गुर्जर हम तीनों को उतारकर अपनी सफेद कर में जबरन बैठा लिया और हमारी जीप की तलाशी लेकर जीप को अपने एक साथी को देकर शिवपुरी तरफ रवाना कर दिया था। फिर हम तीनों की तलाशी ली और हमारी जीप के चालक भरत गुर्जर और मेरा मोबाइल ले लिया। मेरे जेव में रखे 72 हजार रूपए निकाल लिए। फिर मुझे और मेरे ड्रायवर को पुरानी जेल के पास बने एक सरकारी क्वार्टर में ले गया ओर हमें हथकडी पहनाकर कमरे में बंद कर दिया। एएसआई प्रवीण और उसके साथियो ने कहा कि तुम लोग अफीम का बिजनिस करते हो। हमने कहा था कि हमारी गाडी और हमारी तलाशी ले लो हमारे पास अफीम नहीं है। उसने कहा कि मेरे पास है मैं रख दूगा, नही तो घर से 15 लाख रूपए मंगा ले। सुजान सिंह ने बताया कि एएसआई प्रवीण ने मेरे पिता और भाई से बात कराई। रात में ही मेरे पिता गोवर्धन और भाई हेमराज शिवपुरी आए और उन्होने प्रवीण त्रिवेदी और उसके साथियो को 450000 रूपए नगद दिया था। इसके बाद हमने निवेदन किया कि हम आपको पैसा फोन पे और बैंक में डाल देगें। सुफियान खान के नाम का बैंक अकाउंट दिया गया। एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने सुफियान खान नाम का ICICI बैंक का खाता क्रमांक देकर कहा कि शेष रुपये इसी खाते में डालवा दो। दयाराम मेहर मेरे गांव में ई-मित्र बैंक का संचालक है जिसने मेरे भाई व मेरे स्वयं के व मेरे पिताजी के कहने पर दिनांक 02.09.2022 को ही अपने एसबीआई बैंक के खाता क्रमांक से एक बार में 1,00,000- रु. (एक लाख रुपये) एसबीआई बैंक खाता क्रमांक से एक बार में 90,000- रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा के खाता क्रमांक से तीन बार में 1,00,000- रु. बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्रमांक से तीन बार में 99,000- रुपये फोन पे के माध्यम तथा मेरे बड़े भाई नारायण सिंह ने अपने खाता से 4,90,000 - रुपये नगद निकालकर एएसआई प्रवीण त्रिवेदी द्वारा बताये गये सुफियान खान के ICICI बैंक के खाता क्रमांक में भेज दिये थे। लेकिन जब रुपए कम रह गए तो एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने कहा भेजे गये रुपये तो आ चुके है पर अभी तो रुपये कम है। तब मैंने मेरे भाई हेमराज व पिता जी गोवर्धन ने ईश्वर की शपथ लेकर विश्वास दिलाया कि अब इस समय शेष रुपयो की व्यवस्था नहीं हो पा रही है, पर हम हर हाल में सात दिन के अंदर में ही शेष रुपये आपके बताये सुफियान खान के खाते में भिजवा देगें। तब एएसआई प्रवीण त्रिवेदी ने हमें धमकी देते हुए बोला कि शेष रुपये सुफियान खान वाले खाते में टाईम पर जमा करवा देना नहीं तो फिर घर से पकड़कर लाकर बड़ी कार्यवाही करके जेल भेज दूंगा।
 शाम को रिहा किया
सुजान सिंह ने बताया कि मुझे और ड्रायवर को 2 तारिख को शाम को छोडा ओर कहा कि अगर इस बात की चर्चा किसी से कि तो तुम पर ऐसे मामले दर्ज कराउंगा कि जिंदगी भर जेल मे ही रहोगे। जिससे डरते हुए इन्होंने बारी बारी फिर राशि ट्रांसफर की।
घर पहुंचते ही फिर पैसा ट्रांसफर किया
दयाराम मेहर के एसबीआई बैंक खाता क्रमांक से एक बार में 40,000 रुपये, 4 सितंबर को बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्र. से 20,000 रुपये, दिनांक 5 सितंबर को एसबीआई बैंक के खाता क्र. से 9000 रुपये ओर दिनांक 6 सितंबर को एसबीआई बैंक के खाता क्र. में दो बार में 22000 रुपये और बैंक ऑफ बडौदा के खाता क्र. में दो बार 8000 रुपये भेज दिये थे।
1 साल बाद इसाइट हमने हिम्मत जुटाई
सुजान सिंह ने कहा कि हमने एक अखबार में ऐसा ही एक मामला ग्वालियर का पढ़ा था जिसमें एक पुलिस वाले पर आईजी सर ने कार्रवाई की थी। हमने हिम्मत की और आईजी सर के पास जाकर पूरी बात बताई। लेकिन सुजान सिंह ने बताया कि अब एएसआई प्रवीण के लोग हमसे संपर्क कर रहे हैं। वह कह रहे है कि तुम्हारा पैसा वापस मिल जायेगा आप अपनी शिकायत वापस ले लो।












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