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धमाका बड़ी खबर: दिव्यांग होने का फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाले 24 शिक्षक बर्खास्त, 6 का भेजा प्रस्ताव, नोकरी पाने समर्थ होकर बनवाया दिव्यांग सर्टिफिकेट, 3 पहले चटके

बुधवार, 1 नवंबर 2023

/ by Vipin Shukla Mama
SHIVPURI शिवपुरी। कहते हैं बुराई का अंत बुरा ही होता हैं, कुछ ऐसा ही हुआ हैं उन शिक्षकों के साथ जिन्हे भगवान ने शरीर के सभी अंग ठीक ठाक प्रदान किए, कोई कमी नहीं थी लेकिन सरकारी नौकरी किसी भी हद तक जाकर पाने की जिद में उन्होंने दिव्यांगों का हक मारकर नौकरी हासिल कर डाली। इस तरह दिव्यांग होने का फर्जीवाड़ा कर नौकरी पाने वाले 24 शिक्षक मेडिकल परीक्षण में दिव्यांग नहीं बल्कि शारीरिक रूप से सक्षम पाए गए हैं और इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें कुछ शिक्षकों के दिव्यांग सर्टिफिकेट फर्जी थे तो कुछ जांच में दिव्यांग नहीं पाए गए। इसके अलावा उच्च माध्यमिक के 6 शिक्षक भी बर्खास्त होंगे। चूंकि इनके खिलाफ जिला स्तर से कार्रवाई नहीं हो सकती इसलिए लोक शिक्षण संचालनालय के स्तर से कार्रवाई होगी। मालूम हो कि इससे पहले तीन शिक्षक इसी तरह के मामले में बर्खास्त किए जा चुके हैं। अब तक 27 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। यदि उच्च माध्यमिक के छह शिक्षक और वरिष्ठ कार्यालय से बर्खास्त होते हैं तो कुल 33 शिक्षक बर्खास्त हो जाएंगे। इनके अलावा 6 दिव्यांग शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी बैरा रिपोर्ट यानी कानों की जांच की रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से आना शेष है।
साल 2021 से साल 2023 के बीच 117 शिक्षकों की नियुक्ति हुई। इसमें 17 शिक्षकों ने नियुक्ति मिलने के बाद भी ज्वाइन नहीं किया। 100 शिक्षकों ने ज्वाइन किया। दिव्यांग सर्टिफिकेट घोटाला सामने आने के बाद इनमें से 17 शिक्षकों ने अन्य जिलों में अपना तबादला करा लिया। 24 नवंबर 2021 को एक शिक्षक ने नौकरी छोड़ दी और अगस्त 2022 में एक शिक्षक त्यागपत्र देकर चला गया। इस तरह दो शिक्षक और कम हो गए। इस तरह 81 शिक्षकों को मेडिकल बोर्ड ने परीक्षण के लिए बुलाया था। इनमें से 4 शिक्षक अनुपस्थित रहे थे और 78 शिक्षकों का परीक्षण हुआ। इनमें 38 शिक्षकों
की दिव्यांगता सही पाई गई। 15 शिक्षक दिव्यांगता में फेल हो गए। 12 शिक्षकों के दिव्यांगता का प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनके अलावा छह शिक्षक उच्च माध्यमिक के भी अपात्र पाए गए हैं। चूंकि इनके खिलाफ कार्रवाई जिला स्तर पर नहीं हो सकती इसलिए कार्रवाई के लिए फाइल वरिष्ठ कार्यालय को भेजी गई है। छह शिक्षकों की बैरा जांच यानी कानों की जांच की रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से आनी बाकी है।
शिवपुरी जिले के मॉडल स्कूल पिछोर में पदस्थ शिक्षक अनिल गुप्ता जब स्वास्थ परिक्षण कराने बोर्ड के सामने पहुंचे थे तो उन्होंने खुद को हाथ से दिव्यांग बताया था। जब डॉक्टर ने उन्हें पूरा हाथ उठाने के लिए कहा तो पूरा उठा भी दिया। उसी समय उनके दिव्यांग होने पर शंका हो गई थी। अब बोर्ड ने उन्हें दिव्यांग न मानने की पुष्टि भी कर दी। इन्हें भी बर्खास्त करने का प्रस्ताव भेज दिया है।
30 से 45 हजार रुपए सुविधा शुल्क देकर बनवाए फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र
फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने का मामला सबसे पहले मुरैना में सामने आया था। 2021 से लेकर 2022 के बीच युवाओं ने जिला अस्पताल मुरैना के नेत्ररोग विशेषज्ञ, नाक कान व गला रोग विशेषज्ञ तथा अस्थि रोग विशेषज्ञों को 30 से 45 हजार रुपए सुविधाशुल्क देकर फर्जी दिव्यांग
प्रमाण-पत्र बनवा लिए। जिस समय यह प्रमाण-पत्र बनवाए गए थे तब सामाजिक न्याय विभाग का एक बाबू, युवकों के आवेदन लेकर मेडिकल बोर्ड में उपस्थित होता था उसने सुविधा शुल्क के आधार पर जौरा, कैलारस व सबलगढ़ क्षेत्र के युवक-युवतियों के फर्जी दिव्यांग प्रमाण-पत्र बनवाकर जारी कराए। आपा-धापी के दौर में कई प्रमाण-पत्र तो जिला अस्पताल के रजिस्टर में एंट्री किए गए बगैर ही जारी कर दिए गए। कोतवाली पुलिस ने जिन शिक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया उनमें से कुछ ने 45-45 हजार रुपए देकर प्रमाण-पत्र बनवाने की बात स्वीकार की। लोगों का कहना हैं की उन डॉक्टरों को भी सजा के दायरे में लेना चाहिए जिन्होंने ठीक ठाक लोगों को दिव्यांग का पात्र बना दिया।
पूर्व में यह तीन शिक्षक हो चुके हैं निलंबित
1. अनुराग सिंह राजावत, जीएम एस कलौथरा, एमएच
 2. बीरबल सिंह रावत, जीपीएस ठगोसा, एलएच 3. प्रदीप तिवारी, जीपीएस, लालगढ, एमएचइन शिक्षकों की नियुक्तियां हुई निरस्त
शिक्षक /स्कूल
धर्मेंद्र सिंह शामावि चमरुआ 
सूरज गौर शा हाईस्कूल पडौरा
राधेश्याम गुर्जर शा हाईस्कूल सड
राहुल रावत जीपीएस भदैरा
रमाकांत चतुर्वेदी जीपीएस कैमई
अवधेश धाकड़ जीपीएस लांगलपुर
अमित शर्मा जीपीएस खिरिया जागीर
आरती नरवरिया जीएमएस फतेहपुर
महेंद्र सिंह पवैया जीपीएस रामपुरा गजौरा
मयंक शर्मा जीपीएस चिटौरी कला
प्रियंका रावत जीएचएस सालोदा
घनश्याम शर्मा जीपीएस सेवाखेडी
रामलखन चतुर्वेदी जीपीएस केमई
गिर्राज शाक्य जीपीएस गर्ल्स लुकवासा
अशोक मीणा जीपीएस आमखेड़ा
शत्रुघ्न शर्मा जीएचएस बसई
मनोज गौर जीएचएस ऐरावनी
अनाराज रावत जीएचएस भटनावर
धर्म सिंह रावत जीएमएस फुलीपुरा
रविंद्र कुमार जीपीएस दिहायला
उदय सिंह रावत जीएचएस सालोदा
माला वर्मा जीएमएस बक्सपुर
मनोरमा शर्मा, जीएचएस बामौर डामरोन
नोट- निर्देश के बाद भी जब एक दिव्यांग शिक्षक सुरेंद्र पाल शर्मा जीपीएस सेसई एचएच मेडिकल बोर्ड में उपस्थित नहीं हुआ तो विभाग ने कर दिया निलंबित।6 शिक्षकों पर अभी और होगी कार्रवाई
 दिव्यांगता परीक्षण मामले में 24 शिक्षकों की नियुक्ति मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद निरस्त कर दी है। इससे पहले तीन शिक्षकों की नियुक्ति भी निरस्त की जा चुकी है। इस तरह कुल 27 शिक्षकों की नियुक्त निरस्त की जा चुकी है। इनके अलावा 6 शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त करने के प्रस्ताव कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय भेजे हैं, क्योंकि इनके खिलाफ जिला स्तर पर कार्रवाई के अधिकार नहीं हैं। इसके अलावा, 6 शिक्षकों की रिपोर्ट बैरा जांच के लिए लंबित है। 
समर सिंह राठौर, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी

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