शिवपुरी। कहते हैं रक्तदान महादान लेकिन हर कोई इसका मतलब नहीं समझता जो समझता हैं वो भूल जाता हैं की उसके अस्पताल में मरीज को इलाज के लिए लाया गया हैं और खुद अस्पताल प्रबंधक को रक्तदान नहीं करना, लेकिन जब किसी के दिल में इंसानियत हो और संवेदनशीलता कायम हो तो कुछ घटनाक्रम वाह वाह करने को मजबूर कर देते हैं। ऐसा ही मामला नगर के सुखदेव हॉस्पिटल का हैं जिसमें एक मरीज को अत्यधिक खून की कमी देख अस्पताल के डॉक्टर ने ही अपना रक्तदान कर उसकी जान बचाई। दरअसल मरीज सैंकी चिडार उम्र 18 वर्ष निवासी ग्राम आकुर्षी रात 11 बजे गैस्पिन कंडीशन में लाया गया। जब सुखदेव हॉस्पिटल की इमरजेंसी में डॉक्टर के दल द्वारा परीक्षण किया तो डॉक्टर ने परामर्श में खून की जांच लिखी। लेकिन उसके शरीर में तो खून की अत्यधिक कमी 2.5 ग्राम थी। मरीज की हालत अत्यधिक गंभीर थी उसको अर्जेंट ब्लड की आवश्यकता थी ब्लड बैंक से मरीज के साथ बालों को मरीज के ब्लड ग्रुप के आधार पर A+ पॉजिटिव ब्लड लाने के लिए बोला गया ब्लड बैंक में A+ पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड नही होने के कारण जब सुखदेव हॉस्पिटल डॉक्टर यशदेव गौतम को मरीज की परस्थिति के बारे मे मालूम हुआ की कहीं से भी ब्लड अरेंज नहीं हो पा रहा हैं तो मरीज की जान बचाने के लिए खुद डॉक्टर यशदेव गौतम रात 2 बजे अपना A + पॉजिटिव ब्लड रक्तदान करने चले गए और मरीज की जान बचाने मे मदद की इसकी सराहना मरीज के घर बालों ने डॉक्टर यशदेव गौतम और सुखदेव हॉस्पिटल के लिए अपने खुशी मन से धन्यवाद दिया।

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