गणेश विसर्जन पर लिखी गई झगड़े की पटकथा
जानकारी के अनुसार बीते दिनों गणेश विसर्जन के दौरान भी दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था। उस समय कुशवाह पक्ष का युवक गोली लगने से घायल हो गया था। तभी से कुशवाह और भदौरिया परिवार के बीच रंजिश चली आ रही है। बताया जा रहा है कि इसी विवाद के चलते चकरामपुर के मुन्ना भदौरिया के परिवार और वीर सिंह कुशवाह के परिवार के सदस्यों के बीच शुक्रवार शाम पहले विवाद हुआ। इसके बाद जब मुन्ना भदौरिया के परिवार के सदस्य बोलेरो में सवार होकर कही से आ रहे थे तभी दूसरे पक्ष के लोगों ने बोलेरो में तोड़फोड़ कर उसमें आग लगा दी। इस विवाद में गोलियां भी चली।
विवाद में मुन्ना भदौरिया, उसकी पत्नी आशा देवी उम्र 55 साल, भाई लक्ष्मण और आशा देवी का भतीजा हिमांशु सेंगर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं मुन्ना भदौरिया के दोनों बेटे राजेंद्र और भोला भी घायल हुए थे। सभी घायलों को पहले नरवर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया। इस हादसे में ग्वालियर में इलाज के दौरान आशादेवी, भतीजा हिमांशु सेंगर उम्र 20 साल और लक्ष्मण भदौरिया उम्र 40 साल की मौत हो गई। इस मामले में दूसरे पक्ष की और से भी वीरसिंह कुश्वाह को गोली लगी है। साथ ही उसके अन्य साथी भी गंभीर रूप से घायल है। इनका भी उपचार ग्वालियर में चल रहा है। ग्वालियर में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने अस्पताल को भी छावनी में तब्दील कर दिया है।
बुआ के घर आया दिवाली पर मिली मौत
इस खूनी संघर्ष में मृतक हिमांशु सेंगर उम्र 20 साल निवासी छतरपुर की मौत हो गई। वह अपनी बुआ आशा देवी के यहां भाई दोज पर टीका कराने आया हुआ था। तब से वह यही पर रुका था। लेकिन 2 परिवारों के विवाद में उसकी मौत हो गई। एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि पूर्व में चली आ रही रंजिश के चलते दोनों पक्षों में पहले विवाद हुआ। इसके बाद कार में आगजनी और पथराव हुआ था। इसमें एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है। इसमें एक युवक की स्थिति भी बेहद नाजुक बताई जा रही है इसे ग्वालियर में डॉक्टरों ने बैन्टीलेटर पर रखा हुआ है।

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