गौरतलब है कि वर्ष 2015 में तिनका तिनका इंडिया अवॉर्ड्स की परिकल्पना डॉ. वर्तिका नन्दा ने की थी। इन अवॉईस के जरिए भारतीय जेलों में रचनात्मकता और मानवता को बढ़ावा दिया जाता है। इन पुरुष्कारों को चार अलग- अलग श्रेणियों में दिया जाता है, खास बात यह है कि इसमें पेंटिंग श्रेणी के लिए हर साल एक विशेष थीम दी जाती है। पेंटिंग के लिए इस साल थीम 'जेलों में टेलीविजन' थी। जिसके लिए देश की विभिन्न जेलों में परिरुद्ध बंदियों से जेलों में टेलीविजन थीम से संबंधित पेंटिंग आमंत्रित की गई थी। इसी अनुक्रम में सर्किल जेल शिवपुरी से वर्ष 2023 के लिए जेल में टेलीविजन पर लेख एवं चित्रकला में 06 दण्डित एवं हवालाती बंदियों द्वारा भाग लिया गया था उक्त बंदियों की प्रविष्टियां तिनका तिनका फाउण्डेशन इंडिया की ओर भेजी गई थीं।
इस साल पेंटिंग श्रेणी में ही देश की अलग-अलग जेलों के कुल 19 बंदियों को उनकी असाधारण रचनात्मक प्रतिभा के लिए पुरुष्कार से सम्मानित किये जाने हेतु चयनित किया गया है। जिसमें मध्यप्रदेश से केवल सर्किल जेल शिवपुरी से दण्डित बंदी नेत्रपाल पुत्र दरयाब सिंह लोधी का 'जेलों में टेलीविजन' पर बनाई गई पेंटिंग के पुरुष्कार से सम्मानित हेतु चयन किया गया है।पुरुष्कार पाने पर दण्डित बंदी नेत्रपाल को जेल अधीक्षक श्री रमेशचन्द्र आर्य एवं समस्त जेल स्टॉफ और बंदियों द्वारा बधाई दी गई।

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