शिवपुरी। केंद्र सरकार के नए वाहन दुर्घटना कानून (हिट एंड रन) के विरोध में देश भर के साथ शिवपुरी जिले में भी आज 1 जनवरी से 3 जनवरी तक सभी ड्राइवरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इसके चलते आज वाहनों के पहिए थम गए जिसमें मुख्य रूप से बसों के पहियों के साथ ट्रकों के ड्राइवर ने भी अपनी ट्रकों को खड़ा कर दिया है। इसके चलते आवागमन और परिवहन की व्यवस्था पूरी तरीके से चौपट हो गई है। यात्रियों को नए साल के पहले ही दिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। हड़ताल का असर आज शिवपुरी में पहले दिन ही जोरदार देखा गया जहां बसों के पहिए पूरी तरीके से थमे रहे। हड़ताल के चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां तक कि जिले में सामान तक पहुंचने के लाले पड़ गए।
बता दें कि वाहनों के पहिए थमने से हाइवे पर लोक डाउन जैसा माहौल हो गया है। आज शिवपुरी में इसके विरोध में ऑटो यूनियन और बस संचालकों ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपकर इस नए कानून को रद्द करने की मांग की है।
यात्री हुए भारी परेशान
आज शिवपुरी स्थित बस स्टैंड पर सभी बसों
के ड्राइवर ने सुबह से ही हड़ताल शुरू कर
दी थी इसके बाद कोई भी बस सवारियों को
लेकर रवाना नहीं हुई। ग्वालियर, गुना, झांसी जाने के लिए 50 किलोमीटर दूर अपने गांव से शिवपुरी बस स्टैंड पहुंचे पप्पू वर्मा, चिरोंजी आदिवासी ने बताया कि उन्हें जरूरी काम से झांसी जाना था लेकिन उन्हें बस नहीं मिल सकी और अब वापस गांव जाने के लिए अन्य कोई सवारी वाहन भी उन्हें नहीं मिल पाया है जिससे उनके सामने समस्या खड़ी हो गई है।
ऑटो चालक भी हड़ताल पर
शिवपुरी में आज ऑटो चालकों ने भी हड़ताल कर दी और अपने ऑटो को सड़क पर नहीं उतारा था।
क्या हैं नया कानून
बता दें की नया कानून (हिट एंड रन) के तहत सड़क दुर्घटना होने के बाद ड्राइवर को घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाना होगा, साथ ही इस विधेयक में दुर्घटना करने वाले ड्राइवर्स को 10 साल तक की सजा और 7 लाख तक के जुर्माने का भी प्रावधान है। यह विधेयक राज्यसभा और लोकसभा से पास हो चुका है। लेकिन इस विधेयक का गजट नोटिफिकेशन लागू नहीं किया है। इसी विधेयक का विरोध पूरे भारत में देखने को मिल रहा है।
दिक्कत क्यों
वाहन ड्राइवर इसलिए विरोध कर रहे हैं की उनके नाम मात्र के वेतन से वे जुर्माना केसे भरेंगे। दस साल की सजा हुई तो परिवार ही खत्म हो जाएगा। क्योंकि अल्प वेतन मिलता हैं। और दुर्घटना कहकर नहीं होती। दूसरी बात छोटे वाहन वाले चार बिठाकर चलते हैं और वाहन चलाना तक नहीं जानते जिससे अक्सर दुर्घटना होती हैं इससे तो ड्राइवर रोज जेल जाएंगे।

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