कूनो। कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को नामीबिया से आए चीता शोर्य की मौत हो गई। अब तक 7 चीते और 3 शावकों की कूनो में मौत हो चुकी हैं। ढाई सौ करोड़ से अधिक के इस चीता प्रोजेक्ट का लाभ अभी तक पर्यटकों को नहीं मिल सका उसके पहले चीतों के विकेट लगातार गिर रहे हैं। पीएम मोदी ने कूनो में चीतों को छोड़ा था। अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्यात इस चीता प्रोजेक्ट को hit करने कुछ दिन पहले गुजरात की फर्म को यहां टेंट सिटी विकसित करने भेजा हैं जो कूनो के बाहरी इलाके में टेंट लगाकर पर्यटकों से मोटी राशि वसूल कर रही हैं। लेकिन पर्यटकों की आंख और केमरे अभी तक चीतों को केमरे में कैद नहीं कर सके।
बता दें की आज श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में मंगलवार को एक और चीते की मौत हो गई। नामीबिया से लाए गए चीता 'शौर्य' ने दोपहर 3.17 बजे दम तोड़ दिया। इससे पहले चीतों की मॉनिटरिंग कर रही टीम ने सुबह 11 बजे जब उसे देखा तो वह अचेत हालत में था। टीम ने उसे ट्रैंकुलाइज कर सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) दिया। कुछ देर बाद उसे होश आया लेकिन कमजोर बहुत थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शौर्य की मौत के कारण का खुलासा होगा। कूनो में अब तक 7 चीते और 3 शावक मिलाकर यह 10वीं मौत है। यहां प्रोजेक्ट चीता के तहत सितंबर 2022 में 8 चीतों को नामीबिया से लाया गया था। इसके बाद फरवरी 2023 में 12 और चीतों को दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था।
चीता शौर्य अपने सगे भाई गौरव के साथ आया था। दोनों हमेशा एक साथ रहते थे, साथ शिकार करते थे। कुछ समय पहले दोनों की अग्नि और वायु चीते से भिड़ंत हुई थी। वे दोनों भी सगे भाई थे। इसमें अग्नि गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद चीतों को बाड़े में बंद कर दिया गया था। कुल मिलाकर 3 जनवरी 2024 को तीन चीता शावक के जन्म की खुश खबरी जनवरी की विदाई से पहले गम भरी खबर देकर जा रही हैं।

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