*श्रीरामकथा के चौथे दिवस राम जन्म, अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई
आज सुबह 9 बजे श्री राम की चरण पादुका की शोभा यात्रा पूरे नगर में निकाली जाएगी, स्वागत की अपील
करैरा। करेरा के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बगीचा वाले हनुमान जी धाम पर श्री राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चौथे दिवस श्री राम कथा के आयोजन में कथा व्यास पंडित अंकुश तिवारी ने राम जन्म, श्री राम के बचपन की लीला की कथा सुनाते हुए बताया कि राम जन्म होते ही पूरी अयोध्या वासी झूम उठे और बधाइयां गाने लगे। उनके भजन "जन्मे राम सलोना अवध में, बाजे बधइयां.......। एवं हिय राम झूले मेरे, राम लला.....। भजनों पर श्रोता मंत्र मुग्ध होकर नाचने लग गए। उन्होंने राम जन्म की कथा को विस्तार से बताते हुए कहा कि शंकर जी को जब पता लगा कि राम जी का जन्म हुआ तो वह भी दर्शन करने अयोध्या पहुंचते हैं और अपने साथ कागभुसुंड जी को भी ले गए। जब पार्वती जी ने पूछा कि महल में कैसे प्रवेश मिला, तो उन्होंने बताया कि मैं हाथ देखने वाले पंडित के बहाने महल में घुसा और राम जी के दर्शन किए। कथा व्यास अंकुश तिवारी ने कहा कि हम सब हिंदू है प्रत्येक हिंदू को राम जी की पूजा करने का बराबर अधिकार है। राम लला की बालपन की कथा सुनाते हुए कहा कि एक दिन चारो भाई सरजू किनारे गेंद का खेल खेलने गए। परंतु उनके विपक्ष में कोई नहीं था, तब उन्होंने भरत की और देखा और कहा कि आप विपक्ष में आ सकते हो क्या? भरत जी ने कहा की आपके खेल को पूर्ण करने के लिए मैं विपक्ष में भी आ सकता हूं।उन्होंने धनुष यज्ञ, अहिल्या की उद्धार की कथा भी सुनाई। अहिल्या के भाव को अपनी कथा में पिरोया। श्री राम कथा के जन्मोत्सव पर अनेक बधाई गीत भी गाए। श्री राम कथा के चौथे दिवस पूरा पंडाल श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था। सुसज्जित पंडाल में ग्रामीण क्षेत्र से भारी संख्या में महिला पुरुष सम्मिलित थे। कथा के दौरान कथा के साथ-साथ हवन यज्ञ का कार्यक्रम भी निरंतर चल रहा है। आयोजकों ने आम जनों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्री राम कथा का श्रवण कर लाभ ले।
कल निकलेगी शोभा यात्रा
श्री राम की चरण पादुका की शोभा यात्रा
सुबह 9 बजे से पूरे नगर में श्री राम की चरण पादुका की शोभा यात्रा निकाली जायेगी, आयोजको ने धर्म
प्रेमियों से अपील की है कि चरण पादुका की शोभा यात्रा का भव्य स्वागत करे, इसके लिए अपने अपने घरों, प्रतिष्ठानों को सजाए, रंगोली बनाएं, दीप जलाए, खुशियां मनाते हुए पादुका का अभिनंदन करे।

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