शिवपुरी, 29 जुलाई 2024। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर जिले में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। केंद्रीय संचार एवं पूर्वाेत्तर क्षेत्र विकास मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाघ दिवस के अवसर माधव नेशनल पार्क की दिन प्रतिदिन हो रही उन्नति पर शिवपुरी वासियों और समस्त पर्यावरण प्रेमियों के लिए संदेश देते हुए शुभकामनाएं दी।
केंद्रीय संचार एवं पूर्वाेत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी, में बाघों के पुनरुत्पादन परियोजना एक शानदार सफलता साबित हुई है। मार्च, 2023 में पार्क में तीन बाघों को लाया गया था। हमारा प्रयास होगा जल्द 2 और बाघ लाए जाएं जिससे संख्या 5 हो सकेगी। 1.5 वर्ष की अवधि में माधव राष्ट्रीय उद्यान (एमएनपी) को पूर्ण विकसित टाइगर रिजर्व में बदलने की महत्वपूर्ण प्रक्रिया पहले से ही चल रही है। जो 3 बाघ लाए गए थे उन्होंने अपना ठिकाना पार्क में बना लिया हैं। (सुनिए क्या बोले द ग्रेट सिंधिया)
उन्होंने माधव राष्ट्रीय उद्यान के समर्पित कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आपके अथक प्रयास और अटूट प्रतिबद्धता इस परियोजना की सफलता में सहायक रहे है और मुझे विश्वास है कि इस परियोजना की सफलता इस क्षेत्र में एक संपूर्ण वन्यजीव और पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायक होगी, जो अधिक से अधिक रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने माधव राष्ट्रीय उद्यान के समर्पित कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि आपके अथक प्रयास और अटूट प्रतिबद्धता इस परियोजना की सफलता में सहायक रहे है और मुझे विश्वास है कि इस परियोजना की सफलता इस क्षेत्र में एक संपूर्ण वन्यजीव और पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायक होगी, जो अधिक से अधिक रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में मध्य प्रदेश ने खुद को टाइगर स्टेट के रूप में सफलतापूर्वक स्थापित किया है। यह उल्लेखनीय उपलब्धि वन्यजीव संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और इन जीवों की रक्षा में हमारी निरंतर विरासत को रेखांकित करती है। आइए हम सब मिलकर अपने प्रयासों में जुनूनी बने रहें। उन्होंने पार्क की निरंतर सफलता और समृद्धि तथा इसके समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देने वाले सभी लोगों के लिए शुभकामनाएं भी दी। साथ ही अपने पिता कै माधवराव सिंधिया को याद करते हुए कहा की ये सौगात उन्होंने दी थी जो सिंधिया परिवार के पर्यावरण के प्रति प्रेम को रेखांकित करती हैं।
बाघ, तेंदुआ, मगरमच्छ
द ग्रेट सिंधिया ने कहा की एक और विदेशी पक्षी झील में आते हैं तो मगरमच्छ, तेंदुओं के साथ अब बाघ माधव नेशनल पार्क में मोजूद हैं।
शताब्दी पूरी कर चुका चंद्राकर चांद पाठा
सिंधिया राज घराने ने ग्वालियर चंबल संभाग को अनेक सौगात दी हैं। उनमें से एक माधव नेशनल पार्क तो हैं ही लेकिन उसके साथ साथ इसी पार्क के भीतर स्थित जोर्ज केसल यानी एक कोठी जिसे विदेशी मेहमान के स्वागत के लिए रात दिन एक करके तत्कालीन सिंधिया राजघराने ने तैयार करवाया था। तब नरवर, शिवपुरी सिंधिया राज घराने की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करते थे। उसी क्रम में शहर की आधी आबादी और वन्य प्राणियों को पेयजल उपलब्ध कराने वाला चंद्राकार बांध पर चांद पाठा तालाब का निर्माण किया गया था। सन 1919 में बना ये बांध शतायु हो चुका साथ ही जब इसमें पानी का अत्यधिक रिसाब हुआ तो उसका बंधान यानी मरम्मत द ग्रेट ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साढ़े छह करोड़ की राशि से कराई और अब शताब्दी वाला ये बांध फिर से जवान हो गया हैं। हालाकि इसी कार्य के दोरान जल संसाधन विभाग ने 1132 मीटर वाटर लेवल पर स्वत ओपन होने वाले गेटों को बदलकर दूसरे गेट लगाए तभी से तालाब में हर साल आने वाली जल कुंभी इसी तालाब में मेहमान बनकर रह गई हैं। जिसने मगरमच्छ के जीवन पर ही नहीं बल्कि अन्य वन्य प्राणियों के लिए पेयजल का संकट खड़ा कर डाला हैं। साथ ही एमपीटी की तरफ से चांद पाठा ने कराई जाने वाली वोटिग (नौकायन) बंद पड़ी हुई हैं। पूरे तालाब में जल कुंभी की हरी चादर बिछी हैं जबकि उसकी समय रहते सफाई की जाना आवश्यक हैं। 
वन विभाग ने आयोजित की रैली
शिवपुरी में "इंटरनेशनल टाइगर डे आज 29 जुलाई को यादगार बनाने के लिए "रन फॉर टाइगर्स रैली" का आयोजन किया गया। प्रतिभा अहिरवार (IFS) उप संचालक माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी ने
बताया की माधव राष्ट्रीय उद्यान टाइगर पुनर्स्थापना के 1 वर्ष पश्चात जन सामान्य एवं देश के भविष्य बच्चों को टाइगर की महत्व एवं सुरक्षा हेतु अवगत कराने के उद्देश्य से "इंटरनेशनल टाइगर डे 29 जुलाई" को हमने रन फॉर टाइगर्स रैली आयोजित की। ये रेली माधव राष्ट्रीय उद्यान कार्यालय से प्रारंभ होकर टीवीटावर दो बत्ती फिजिकल रोड होकर वन विद्यालय पर समाप्त हुई। साथ ही बच्चों हेतु चित्रकला, वाद विवाद प्रतियोगिता इत्यादि प्रोग्राम वन विद्यालय कैंपस में आयोजित किये गए। बच्चों को प्रोत्साहन
हेतु विधायक देवेंद्र जैन ने उन्हें पुरस्कृत किया। साथ ही फॉरेस्ट ऑफिसर ने टाइगर से जुड़े रोचक, महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराया। बता दें की दो नर और एक मादा बाघ के नामकरण भी होना हैं जिसके लिए आम जन से नाम रखने के लिए नाम आमंत्रित किए हैं। विजेता पुरस्कृत किए जायेंगे।
भूल गए मीडिया
उक्त कार्यक्रम में मीडिया को आमंत्रित नहीं किया गया जबकि बाघ संरक्षण के लिए दीवार निर्माण के लिए द ग्रेट सिंधिया द्वारा लाई गई राशि के मौके पर उनके कहने पर मीडिया को आमंत्रित किया गया था। उसके बाद जब टाइगर पर्यटकों को देखने की शुरुआत की गई तब भी दबे पैर कार्यक्रम आयोजित हुआ। समझ से परे हैं की आधुनिक युग में मीडिया के बिना किसी भी प्रोजेक्ट की सफलता कैसे संभव हो सकेगी लेकिन वर्तमान वन अधिकारियों को इस बात से कोई सरोकार नहीं।
50 साल में पहली बार बंद हुआ माधव नेशनल पार्क
माधव नेशनल पार्क जिसके अंदर लाल मुरम के रास्ते मोजूद हैं इसलिए ये पार्क आज तक कभी बंद नहीं किया जाता था। प्रदेश के अन्य पार्क जिनमें कच्चे रास्ते हैं वे बारिश में बंद होते हैं लेकिन शिवपुरी के पार्क को पहली बार बंद कर दिया गया हैं। साथ ही पार्टन स्थल भूरा खो, भदैया कुंड, टुंडा भरखा खो, पवा आदि झरने पर प्रवेश बंद किया गया हैं। जबकि शिवपुरी मानसून में ही देशी विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहती हैं। अगर सुरक्षा पर सवाल हैं तो सभी पिकनिक स्पॉट पर रेलिंग, पर्यटकों को पानी में जाने से रोकने लगानी चाहिए। साथ ही मानसून के चार महीने अलग से सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाने चाहिए लेकिन पर्यटकों को जाने से रोक देना ठीक नही। इस तरह आखिर पर्यटन को केसे पंख लग सकेंगे। ये विचारणीय हैं।

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