शिवपुरी। व्यवसाई नरेंद्र जैन भोला की अग्रिम जमानत खारिज कर दी गईं है, चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश ने जमानत ख़ारिज की।
बता दें की नरेंद्र जैन भोला पुत्र श्री स्वरूप चंद जैन, हर्षित जैन पुत्र नरेंद्र जैन निवासी राजेश्वरी रोड शिवपुरी और उनके मुनीम पर कूट रचित अनुबंध तैयार करने के मामले में पोहरी के भाजपा नेता प्रदुम्न वर्मा ने सिटी कोतवाली में बीते रोज एफ आई आर दर्ज कराई थी। जिसमें गैर जमानती धारा 420, 467, 468, 471 और धारा 34 में मामला दर्ज हुआ था।
प्रद्युमन वर्मा ने नरेन्द्र जैन पर 19 अक्टूबर 2024 को कराई FIR, 2023 में नरेंद्र ने प्रदुमन पर दर्ज करवाया था केस
भाजपा नेता प्रद्युमन वर्मा ने शहर कोतवाली में भाजपा नेता नरेन्द्र जैन भोला सहित तीन के खिलाफ बीते शुक्रवार को फर्जीवाड़े का मामला दर्ज करवाया था। दर्ज केस में वर्मा ने नरेंद्र जैन पर फर्जी अनुबंध पत्र के आधार पर 3-3 हजार वर्ग फीट के दो प्लॉट पर न्यायालय में सिविल सूट लगाने का आरोप लगाया।
बता दें कि, नरेंद्र जैन ने दिसंबर 2023 में इन्ही प्लॉट्स को लेकर प्रद्युमन वर्मा सहित कुल चार लोगों पर 85 लाख रूपए लेकर रजिस्ट्री नहीं करने का आरोप लगाया था और मामले को लेकर शहर कोतवाली में ही धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
यह है पूरा मामला
दिसंबर 2023 में जैन ने वर्मा सहित 4 पर एफआईआर करवाई
भाजपा नेता नरेंद्र जैन ने शहर कोतवाली में दिसंबर 2023 में इन्ही प्लॉट्स को लेकर प्रद्युमन वर्मा सहित कुल चार लोगों पर 85 लाख रूपए लेकर भी रजिस्ट्री नहीं करने का आरोप लगाया था और मामले को लेकर शहर कोतवाली में ही धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें प्रद्युम्न वर्मा, उनके भाई दीपक वर्मा, सहयोगी गौरव पचौरी और नरेन्द्र अग्रवाल पर धारा 420, 406, 34 के तहत मामला दर्ज करवाया। जिसमें उन्होंने बताया कि 3-3 हजार के दो प्लॉट के एवज में आरोपियों ने उनसे 10 लाख रूपए अकाउंट ट्रांसफर और बाकी 75 लाख नगद कुल 85 लाख रुपए लिए लेकिन जब उन्होंने आरोपियों को प्लॉट की रजिस्ट्री और कब्जा देने के लिए कहा तो वो टालने लगे और उनसे ही 25 लाख रुपए मांग करने लगे।
जैन ने न्यायालय से लिया सिविल सूट
इस एफआईआर के बाद नरेन्द्र जैन भोला मामले को लेकर न्यायालय पहुंचे और वहां सिविल सूट के लिए 15 मार्च 2023 का विक्रय अनुबंध दाखिल किया। जिसके आधार पर न्यायालय ने प्रद्युमन वर्मा को नोटिस भेजा।
जिसके बाद प्रद्युमन ने न्यायालय से उक्त अनुबंध पत्र की नकल ली। जिस पर गवाह के तौर पर नरेन्द्र जैन के बेटे हर्षित जैन और मुनीम महेश शर्मा ने हस्ताक्षर किए थे। वर्मा के अनुसार ये अनुबंध पत्र पंजीकृत नहीं है और न ही इसकी नोटरी की गई है।
प्रद्युमन का दावा- विक्रय अनुबंध पत्र नकली
इसके बाद प्रद्युमन वर्मा ने मामले में शिवपुरी सिटी थाने में पहुंचकर शिकायत की और दावा किया कि विक्रय अनुबंध पत्र नकली है। जिसको 15 मार्च 2023 में फर्जी तरीके से बनवाया गया है। इस दिन वो और उनके भाई नगर में थे ही नहीं, वो विदेश यात्रा से 14 मार्च की रात इंदौर लौटे। जहां उनका भाई दीपक वर्मा खराब स्वास्थ्य के चलते अस्पताल में भर्ती था। जिसके बाद वो 17 मार्च को शिवपुरी आए लेकिन, अनुबंध पत्र 15 मार्च का है, जो संभव ही नहीं है।
इसके साथ ही वर्मा ने अपने दावों को लेकर सबूत भी थाने में पेश किए हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने नरेन्द्र जैन, उनके बेटे हर्षित जैन और मुनीम महेश शर्मा पर 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।

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