हादसा उरण के पास बुधवार दोपहर करीब 3:55 बजे हुआ। मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौसेना की गश्ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी। इससे नाव में पानी भर गया और वह डूब गई।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 8:25 बजे विधानसभा में जानकारी दी कि मरने वाले 13 लोगों में से 10 आम लोग हैं जबकि 3 नेवी के कर्मचारी हैं। रेस्क्यू किए गए लोगों को छह अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दो लोगों की हालत गंभीर है। राज्य सरकार सभी मृतकों के परिजन को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देगी। पुलिस और नेवी मिलकर हादसे की जांच करेगी।
नौसेना की 11 बोट, 4 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू
हादसे के बाद नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट और 4 हेलीकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
नेवी ने कहा, कैप्टन स्पीडबोट पर नियंत्रण खो बैठा
नौसेना ने X पोस्ट कर बताया कि नौसेना का
जहाज इंजन ट्रायल पर था। कैप्टन उस पर से नियंत्रण खो बैठा और जहाज नीलकमल बोट से टकरा गया। चार नेवी हेलीकॉप्टर, 11 नेवी जहाज, एक कोस्ट गार्ड बोट और तीन समुद्री पुलिस बोट रेस्क्यू में जुटे। नेवी और सिविल जहाजों ने 99 लोगों का रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया। हादसे में 13 लोगों की जान गई है। इनमें एक नेवी कर्मी और दो OEM (ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) के लोग शामिल हैं।

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