शिवपुरी। शिवपुरी शहर में महर्षि बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण का आयोजन रामकथा 16 से 22 दिसम्बर तक गांधी पार्क मैदान में होने जा रहा है। यह आयोजन हिन्दू उत्सव समिति द्वारा किया जा रहा है। उक्त जानकारी हिन्दू उत्सव समिति के सदस्य प्रमोद मिश्रा और उमेश शर्मा ने संयुक्त रूप से दी। रामकथा का वाचन हरियाणा के करनाल की वैदिक विदुषी अंजली आर्या द्वारा किया जाएगा। कथा वाचक महर्षि बाल्मीकि द्वारा लिखित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के चरित्र को अपनी सुमधुर वाणी से प्रस्तुत करेंगी। आयोजकों ने कहा कि शिवपुरी में अभी तक महर्षि बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण का आयोजन नहीं हुआ है। पहली बार रामायण कथा का आयोजन करने का संकल्प इन्द्रजीत चावला द्वारा लिया गया। जो कथा के मुख्य यजमान रहेंगे और श्री चावला द्वारा ही हिन्दू उत्सव समिति से कथा में भाग लेने का अनुरोध किया गया। इसके पीछे श्री चावला का तर्क था कि श्री राम कथा के माध्यम से सामाजिक एकता और समरसता आए इसके लिए सर्व समाजों से मिलकर कथा को कराने का निर्णय लिया गया। प्रमोद मिश्रा और उमेश शर्मा ने बताया कि श्री राम कथा के आयोजन को लेकर जिले भर में सभी समाजों और वर्गों के लोगों से उन्होंने बातचीत कर उन्हें कथा में तनमन से अपनी सहभागिता निभाने के लिए आमंत्रित किया है और उन्हें सभी समाजों के प्रतिनिधियों ने अश्वस्त किया है कि वह जिस उद्देश्य को लेकर कथा आयोजन कर रहे हैं वह उस उद्देश्य की पूर्ति करेंगे। श्री मिश्रा ने बताया कि कथा 16 दिसम्बर को शोभा यात्रा के साथ प्रारंभ होगी जो प्रतिदिन दोपहर दो बजे से प्रारंभ होकर शाम 5:30 बजे तक चलेगी। शोभा यात्रा 16 दिसम्बर को प्रात: 11:30 बजे तात्याटोपे समाधि स्थल से निकाली जाएगी जो अस्पताल चौराहा कोर्ट रोड़, गांधी चौक, धर्मशाला रोड़, न्यूब्लॉक होते हुए गांधी पार्क मैदान पहुंचेगी और शोभा यात्रा के समापन के साथ ही श्री रामकथा प्रारंभ हो जाएगी। ये जानकारी इन्द्रजीत चावला, विवेक शिवहरे, गजेन्द्र शिवहरे, संजय ढीगरा, सागर प्रजापति ने दी।
बाल्मीकि समाज ने समिति के प्रयासों को सराहा
महर्षि बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण की कथा का आयोजन करने पर बाल्मीकि समाज ने हिन्दू उत्सव समिति के प्रयासों की सराहना की। हिन्दू उत्सव समिति रामकथा को लेकर श्रीराम कॉलोनी और पुरानी शिवपुरी में निवासरत बाल्मीकि समाज से मिले थे। हिन्दू उत्सव समिति के प्रमोद मिश्रा ने बताया कि जैसे ही समिति ने श्रीराम कथा आयोजित करने को लेकर समाज के प्रबुद्धजनों से चर्चा की तो वह सभी लोग भावविभोर हो गए। पहली बार महर्षि बाल्मीकि कृत रामायण की कथा की बात सुनकर बाल्मीकि समाज के सदस्यों ने कथा में भरपूर सहयोग करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आप सभी लोगों ने जिस सामाजिक समरसता की नींव डाली है उस पर हम सब मिलकर इन प्रयासों को सफल बनायेंगे।

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