शिवपुरी। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देश पर प्रशासन ने पिपरसमा इलाके में धर्मेन्द्र रावत के फार्म हाउस पर बंधक छत्तीसगढ़ के 8 श्रमिको को आज मुक्त करा लिया। ये सभी अनुचित परिस्थितियों में कार्य करने के लिए विवश थे।
इस कार्यवाही का नेतृत्व अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), शिवपुरी, श्री उमेश कौरव ने किया। इस कार्य में जिला श्रम अधिकारी श्री आशीष तिवारी एवं जिला स्तरीय सतर्कता समिति का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
बंधक बनाए गए श्रमिकों को तुरंत राहत प्रदान करने हेतु प्रशासन ने सभी आवश्यक कदम उठाए। उन्हें सुरक्षित उनके मूल स्थान भेजने और उनके भरण-पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
नियोजक के खिलाफ कार्यवाही
बंधक श्रमिकों का शोषण करने वाले नियोजक के विरुद्ध निम्नलिखित विभिन्न श्रम अधिनियमों के तहत कड़ी कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
1. बंधुआ मज़दूरी प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम, 1976
2. बालक और कुमार श्रम (प्रतिषेध और विनियमन) अधिनियम 1986
3. वेतन भुगतान अधिनियम 1936
बंधक श्रमिको का पुनर्वास
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया है कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी विमुक्त कराये गए बंधक श्रमिको के पुनर्वास हेतु आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं l
प्रशासन का संदेश
जिला प्रशासन सभी नागरिकों से अपील करता है कि अगर वे किसी भी प्रकार के श्रमिक शोषण, बंधन, या अनैतिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त करते हैं, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें बताने वाले का नाम गोपनीय रखा जावेगा । सभी को न्याय और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना प्रशासन की प्राथमिकता है। श्रम पदाधिकारी, शिवपुरी।

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