इनर व्हील क्लब शिवपुरी ने सिनियर गायनोलॉजिस्ट डॉ उमा जैन के सहयोग से बालिकाओं को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के प्रति जागरूक किया। इस कार्यक्रम के दौरान, क्लब की सदस्य श्रीमती रेनू सांखला ने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा (डीएम, मेडिकल कॉलेज रांची) के साथ हुई चर्चा को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष नीतू गोयल और सचिव संगम अग्रवाल ने बताया कि शिवपुरी जिले में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के कई मामले सामने आ रहे हैं। समय पर वैक्सीन लगने से इस गंभीर बीमारी से बचाव संभव है। इसी उद्देश्य से बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक करने और बचाव के उपाय सिखाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया। पहले चरण में 60 बालिकाओं को यह टीका लगाया गया है. और दूसरे चरण में इसे निशुल्क लगाया जाएगा। भविष्य में भी शिविर आयोजित कर इस अभियान का लाभ अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
HPV वैक्सीनः कोरोना और पोलियो की तरह गर्भाशय ग्रीवा कैंसर में भी प्रभावी
बीते रोज आयोजित इनर व्हील क्लब शिवपुरी के निःशुल्क "वैक्सीनेशन से कैंसर सुरक्षा कार्यक्रम में महिलाओं और बालिकाओं को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
डॉ. उमा जैन ने बताया कि भारत में हर साल लगभग 15 लाख महिलाएं गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का शिकार होती हैं। कोरोना और पोलियो जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जिस तरह टीकाकरण किया जाता है, उसी प्रकार अब गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए भी टीका उपलब्ध है। 9-14 वर्ष की बालिकाओं को HPV वैक्सीन की दो डोज़ 6 महीने के अंतराल में दी जाती हैं. जो कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर देती हैं। वहीं. 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं के लिए 2 या 3 डोज़ की सिफारिश की जाती है। डा उमा जैन ने बताया कि गर्भाशय ग्रीवा कैसर (सर्वाइकल कैंसर) के लक्षण जैसे बदबूदार सफेद पानी या रक्त मिश्रित गुलाबी पानी का आना, अनियमित मासिक रक्त स्त्राव होना, सहवास के दौरान पीड़ा या रक्त स्त्राव का होना, रजोनिवृति के बाद पानी या रक्तस्राव का होना तथा पेडू में दर्द आदि दिखाई देने पर तुरंत महिला चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए।
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के मुख्य जोखिम कारणः
1. कम उम्र में विवाह या यौन संबंध।
2 एक से अधिक यौन साथियों के साथ संबंध।
3. तीन या उससे अधिक बच्चों का होना।
4 पहले से यौन संचारित रोग का होना।
5. 5 वर्ष से अधिक समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन
डॉ. जैन ने सुझाव दिया कि यदि महिलाओं में ऐसे लक्षण दिखाई दें. तो उन्हें पैप स्मीयर और HPV डीएनए टेस्ट अवश्य कराना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान, इनर व्हील क्लब की सभी सम्माननीय सदस्याएं उपस्थित रहीं और सभी ने इस शिविर में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने बालिकाओं और महिलाओं को कैंसर से बचाव के लिए स्क्रीनिंग और टीकाकरण के महत्व को समझने में सहायता की।

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