शाम 7:30 पर इंदौर से आई सुश्री शोभा चौधरी का शास्त्रीय गायन आरंभ हुआ, राग यमन पर आधारित बंदिश एरीआली पिया बिना गाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया, इनके साथ तबले पर संगत की मनीष करवड़े ग्वालियर साथ ही हारमोनियम पर संगत की रविंद्र किलेदार इंदौर ने। अगले क्रम में भोपाल से आई सुश्री स्मिता नागदेव ने सितार वादन कर रसिक श्रोताओं को संगीत में माहौल देकर तानसेन संगीत समारोह को और भी रोमांचक बना दिया। स्मिता नागदेव के साथ भोपाल से आए आशीष उपाध्याय ने तबला संगत की और हारमोनियम पर रविंद्र किलेदार थे। कार्यक्रम के समापन में सुधा रघुरामन दिल्ली की प्रस्तुति हुई आप कर्नाटक शैली की गायिका हैं। इनके साथ मृदंगम पर पी 'सुरेश थे और हारमोनियम पर रवि किलेदार।

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