शिवपुरी। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए भेदभाव रहित अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के 100 से अधिक छात्र- छात्राओं को जेंडर चैम्पियन के रूप में चयनिय किया है। इन्हें महिलाओं एवं बच्चों से जुड़े कानूनों एवं योजनाओं के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया है।
इन जेंडर चैम्पियनों को बीते रोज कलेक्ट्रेट, महिला थाना, शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) एवं खेल परिसर का विजिट कराया गया। कलेक्ट्रेट में कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी तथा जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन ने जेंडर चैम्पियंस के साथ संवाद किया। छात्रों के पूछने पर कलेक्टर एवं सीईओ उन्हें परीक्षाओं में सफलता के तरीके बताए।
महिला थाना में भ्रमण के दौरान थाना की कार्यप्रणाली को समझा। इस दौरान छात्राओं ने थाना प्रभारी सोनम रघुवंशी से पूछा कि पुलिस में भर्ती होने के लिए क्या तैयारी करने होती है। जिस पर उन्हेंने बताया कि पुलिस भर्ती के लिए आपको प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना होगी साथ ही पुलिस भर्ती के लिए फिजिकल तैयारी होना भी बेहद जरूरी होता है। थाना प्रभारी ने उन्हें समझाया कि पुलिस से डरें नहीं,बल्कि अपराध करने से बचें। पुलिस को अपना साथी समझें, जरूरत पड़ने पर सहायता लें।
आइटीआई में भ्रमण के दौरान संस्था के प्राचार्य ने उन्हें ईटीआई के विभिन्न ट्रेडों की जानकारी देते हुए। प्रवेश के लिए पात्रता एवं आईटीआई के पश्चात कौन से जॉब या काम कर सकते है,इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। खेलों के माध्यम से कैसे अपने जीवन को उन्नत किया जा सकता है। इस विषय पर जिला खेल अधिकारी खरे ने चैम्पियंस को जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने सभी को श्रीमंत माधवराव सिंधिया खेल परिसर एवं शूटिंग रेंज का भ्रमण कराया।
महिला एवं बाल विकास के सहायक संचालक महेंद्र सिंह अम्ब ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के 10 वर्ष पूर्ण होने पर 22 जनवरी से 8 मार्च तक जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। यह विजिट इसी प्रोग्राम के तहत कराई गई है। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता जीतेश जैन, ममता संस्था की कल्पना रायजादा उपस्थित रहीं।

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